जुलाई में पेश होगा पास-फेल बिल.
विभिन्न राज्यों में चल रहे किसान आंदोलन को कांग्रेस से प्रभावित करार दिया।
पेट्रोलियम पदार्थों के दाम बढऩे का भी होगा समाधानकोलकाता केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री
प्रकाश जावड़ेकर ने देश में किसानों की समस्या और पेट्रोलियम पदार्थों की मूल्य वृद्धि का शीघ्र दीर्घकालीन समाधान करने का शनिवार को दावा किया और विभिन्न राज्यों में चल रहे किसान आंदोलन को कांग्रेस से प्रभावित करार दिया।
जावड़ेकर ने कहा कि
मध्य प्रदेश , छत्तीसगढ़ और राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने वाला है। इस लिए इन राज्यों में किसान आंदोलन शुरू हुआ है और यह कांग्रेस की चाल है। केन्द्र सरकार किसानों की समस्या का दीर्घकालीन समाधान निकाल रही है। जो हल निकलेगा सरकार उसे जल्द लागू कर देगी। तब किसान आंदोलन भी खत्म हो जाएगा। वे केन्द्र की मोदी सरकार के चार साल पूरा होने पर यहां प्रेस क्लब, कोलकाता में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे। वे मोदी सरकार के चार साल की उपलब्धियों को गिना रहे थे। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने किसानों की आमदनी बढ़ाने का लिए स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू किया। आयोग ने वर्ष 2011 में पैदावार की कुल लागत में और लागत की 50 प्रतिशत रकम जोड़ कर किसानों की पैदावार का न्यूनतम मूल्य निर्धारित करने की सिफारिश की थी। कांग्रेस सरकार ने उसे तीन साल में लागू नहीं किया, लेकिन भाजपा ने सत्ता में आने के तीन दिन बाद उक्त सिफारिशों को स्वीकार किया । एक सवाल के जवाब में जावड़ेकर ने कहा कि केन्द्र सरकार
पेट्रोल-डीजल की कीमत कम करने के लिए भी दीर्घकालीन समाधान निकाल रही हैं
जुलाई में पेश होगा पास-फेल बिलप्रकाश जावडेकर ने कहा कि उनकी सरकार स्कूलों में पास-फेल व्यवस्था लागू करने के लिए तत्पर है। लेकिन कांग्रेस की ओर से संसद नहीं चलने दे रही है। इस लिए यह बिल संसद में पारित नहीं हो पा रहा है। सरकार जुलाई में होने वाले संसद सत्र में इस बील को पास करवाएगी और संभवत: इसे मार्च 2019 में लागू कर दिया जाएगा। नई शिक्षा नीति लाने की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा का मतलब रट्टा लगा कर उत्तर पुस्तिका में लिख कर परीक्षा पास करना नहीं है। शिक्षा का अर्थ है व्यापक, विस्तृत, विशलेषण करने की क्षमता और अच्छा इंसान बनना है। नई शिक्षा नीति में इन सब बिन्दुओं पर जोर दिया जा रहा है।