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सीईएससी एरिया में दुर्गा पूजा कनेक्शन के सर्वाधिक आवेदन

locationकोलकाताPublished: Oct 12, 2018 11:00:02 pm

Submitted by:

Shishir Sharan Rahi

-षष्ठी पूजा के साथ ही 4233 पूजा पंडालों के विशेष कनेक्शन के लिए आवेदन

kolkata

सीईएससी एरिया में दुर्गा पूजा कनेक्शन के सर्वाधिक आवेदन


——पिछले साल सीईएससी क्षेत्र में थे 4163 पूजा पंडाल

—-सीईसीसी के ६ हजार कर्मचारी पूजा के दौरान रहेंगे ऑन डयूटी
कोलकाता. महानगर में दुर्गा पूजा महोत्सव के अंतर्गत ११ अक्टूबर की शाम तक इस साल सीईएससी एरिया में दुर्गापूजा कनेक्शन के लिए सर्वाधिक आवेदन प्राप्त हुए। इस दौरान सीईएससी के पास 4233 पूजा पंडालों के विशेष कनेक्शन के लिए आवेदन आए। पिछले साल सीईएससी क्षेत्र में 4163 पूजा पंडाल थे। सीईएससी वितरण सेवा के उपाध्यक्ष अविजीत घोष ने इसका खुलासा किया। सीईएससी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार पूजा महोत्सव के तहत अगले दिनों में कुछ और आवेदन मिलने के आसार हैं। कोलकाता में सीईसीसी के करीब ६ हजार कर्मचारी पूजा के दौरान सुचारू, सुरक्षित और बगैर किसी बाधा के बिजली सप्लाई के लिए ऑन डयूटी तैनात रहेंगे।
बिजली खपत की मांग के बड़े पंडाल

बॉलीगंज दुर्गा पूजा समिति मैडन स्क्वायर–390 (केवी)

न्यूलैंड पूजा समिति बाटानगर-२५०(केवी)
श्रीभूमि स्पोर्टिंग क्लब शारदोत्सव कमेटी-१७४(केवी),

बॉलीगंज सार्वजनिक दुर्गोत्सव समिति -१६०(केवी)

टालापार्क–150(केवी)

यूथ एसोसिएशन, मोहम्मद अली पार्क-१४७(केवी)
नोआपाड़ा दादाभाई संघ-१३०(केवी)

७४ पल्ली सार्वजनिक दुर्गोत्सव-१२५(केवी)

सुरूचि संघ-११०(केवी)

बागबाजार सार्वजनिक दुर्गोत्सव-१०५(केवी)

सीईएससी क्षेत्र के पश्चिमी तट पर हावड़ा और श्रीरामपुर में भी दुर्गा पूजा कनेक्शन के लिए आवेदन प्राप्त हुए हैं। पिछले साल 4163 पूजा पंडालों के आवेदनों की तुलना में
इस साल संख्या अधिक है और इसमें मल्टी-स्टोर्ड इमारतों में आयोजित समारोहों की लगातार बढ़ती संख्या और परंपरागत पारिवारिक पूजा भी शामिल है।
—-2 स्पेशल हेल्पलाइन नंबर
सीईएससी ने पूजा आयोजकों की सहायता के लिए किसी भी तरह के संचार के लिए 2 स्पेशल हेल्पलाइन नंबर 9831079666 और 9831083700 नंबर जारी किए हैं। सीईएससी के अनुसार 16 से 19 अक्टूबर तक सीईएससी का कैश विभाग बंद रहेगा और उपभोक्ता इस अवधि के दौरान किसी भी समय ऑनलाइन के जरिए बिजली बिल का भुगतान कर सकते हैं।
—-पिछले साल और इस साल पूजा के तौरान सीईएससी की अनुमानित मांग इस तरह रही मेगावाट में —-
पंचमी—–1600—-1964

षष्ठी–1860-1873
सप्तमी—1650–1562

अष्टमी—1480–1408

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