मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ के माओवादी प्रभावित इलाके की तुलना बंगाल के नक्सल प्रभावित रहे जंगलमगल इलाके से की। उन्होंने कहा कि इस दिन टूमकपाल और नयना में हुआ माओवादी हमला छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री रमन सिंह और केन्द्र सरकार की नाकामी है। डेढ़ दशक से छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार है। वहां विकास नहीं हुआ। इसलिए वहां पर माओवादी पनप रहे हैं और उनका दमन करना संभव नहीं हो पा रहा है। लेकिन हमारी सरकार ने दो साल में ही बंगाल से माओवादियों का सफाया कर दिया। उन्होंने कहा कि राज्य में माओवादियों के दमन करने में उनकी सरकार पूरी तरह से सफल रही है। उनकी सरकार ने राज्य में माओवादियों की कमर तोड़ दी और माओवाद प्रभावित जंगलमहल इलाके में विकास किया। नतीजा उस क्षेत्र के लोग माओवादियों का साथ छोड़ कर राज्य की मुख्य धारा से जुड़ गए और वहां से माओवादी जड़ से समाप्त हो गए। माओवादी दमन करने के लिए देश में बंगाल मॉडल बन गया है। बंगाल मॉडल की तर्ज पर ही देश से माओवादियों का सफाया किया जा सकता है।