बच्चे विदेश में, लॉकडाउन में फंसे बुजुर्ग, सेवा कर रही पुलिस
कोलकाताPublished: Apr 09, 2020 06:47:56 pm
अमरीकी प्रशासन ने की प्रशंसा-विधननगर पुलिस का मानवीय पक्ष आया सामने
बच्चे विदेश में, लॉकडाउन में फंसे बुजुर्ग, सेवा कर रही पुलिस
कोलकाता . लॉकडाउन के कारण बुजुर्ग बुरी तरह फंस गए हैं। पश्चिम बंगाल के संभ्रांत इलाका विधाननगर, साल्टलेक के कई घरों में बुजुर्ग अकेले रह रहे हैं। उनके बच्चे नौकरी करने या पढऩे के लिए विदेश गए हैं। वे चाहकर भी अपने बुजुर्ग माता-पिता की सेवा नहीं कर पा रहे हैं। इस विकट परिस्थिति में विधान नगर कमिश्नरेट की पुलिस उनके लिए फरिश्ता बनकर सामने आई है। पुलिसवाले इन बुजुर्गों का हर पल ध्यान और ख्लाल रख रहे हैं। इनके लगन को देखकर ऐसा लगता है कि उनके बच्चे भी उनका उतना ख्याल नहीं रखते जितना कि ये कर्मवीर कर रहे हैं। इन कर्मवीरों के कार्यों की प्रशंसा करते हुए अमरीका प्रशासन ने इनके लिए प्रशंसा पत्र भेजा है।
विधाननगर पुलिस कमिश्नरेट के अधिनस्थ इलाकों में रहने वाले बुजुर्गों के लिए पुलिस फरिश्ता बन गई है। दृढ़ ईच्छा शक्ति और सफलता पूर्वक ढंग से विधाननगर पुलिस कमिश्नरेट की टीम सॉल्टलेक, न्यूटाउन, राजारहट आदि क्षेत्रों में रहने वाले बुजुर्ग नागरिकों की नियमित जरूरतों की पूर्ति कर रही है और देखरेख भी कर रही है। विधननगर पुलिस के इस नेक काम की अमरीका के टेक्सस प्रशासन ने प्रशंसा की है। इस संबंध में प्रशंसा पत्र भेजा है। विधाननगर पुलिस कमिश्नरेट इलाके के बहुत सारे लोग विदेशों में रहते हैं। कुछ अमरीका तो कुछ ब्रिटेन तो कई लोग कनाडा के निवासी हैं। कोरोना वायरस फैल जाने की वजह से ना तो वे स्वदेश लौट पाए और ना ही अपने मां-बाप के लिए कुछ भेज पा रहे हैं। एक तरफ बुजुर्ग मां-बाप बच्चों को लेकर चिंतित हैं तो दूसरी तरफ विदेशों में बच्चे भी मां-बाप की परेशानियों को लेकर चिंता में पड़े हुए हैं। लेकिन मुश्किल की इस घड़ी में विधाननगर पुलिस कमिश्नरेट का मानवीय पक्ष सामने आया है। विदेशों में रहने वाले लोगों ने जैसे ही पुलिस से संपर्क साधा, पुलिसकर्मियों ने उनके घर जाकर उनके मां-बाप की खोज खबर ली और आवश्यक चीजें दवा, भोजन, राशन आदि पहुंचाई। उसके बाद नियमित तौर पर घर जा कर यह भी देखते हैं कि वे स्वस्थ हैं या नहीं? अमरीका में रहने वाले अधिकतर लोगों ने पुलिस के इस प्रयास की सराहना की है। जिसके बाद वहां के टेक्सस प्रशासन ने प्रशंसा पत्र भेजा है।
उल्लेखनीय है कि विधाननगर की तरह कोलकाता पुलिस कमिश्नरेट ने भी इसी तरह से बुजुर्ग नागरिकों की देखरेख की पहल की है। कोलकाता पुलिस आयुक्त अनुज शर्मा ने विदेशी नागरिकों को आश्वस्त किया है कि कोलकाता में रहने वाले वरिष्ठजनों की देखरेख पुलिस करेगी, किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है।