कोलकाताPublished: Feb 28, 2019 07:48:39 pm
Jyoti Dubey
कोलकाता नगर निगम अंतर्गत सभी १६ बोरो में आगामी 7 मार्च से कार्डियो-डायबिटिक सेंटर खुलने की संभावना जताई जा रही है। यहां डायबिटीज, हाईपर टेंशन, ब्लड प्रेशर समेत अन्य रोगों का निगम की ओर से नि:शुल्क इलाज कराया जाएगा।
सभी बोरो में कार्डियो-डायबिटिक सेंटर जल्द
– हृदयरोग, डायबिटीज, हाइपर टेंशन समेत अन्य रोगों का होगा नि:शुल्क इलाज
– डॉक्टरों की सलाह पर दी जाएगी नि:शुल्क इंसुलीन भी
कोलकाता. कोलकाता नगर निगम अंतर्गत सभी 16 बोरो में आगामी 7 मार्च से कार्डियो-डायबिटिक सेंटर खुलने की संभावना जताई जा रही है। यहां डायबिटीज, हाईपर टेंशन, ब्लड प्रेशर समेत अन्य रोगों का निगम की ओर से नि:शुल्क इलाज कराया जाएगा। सूत्रों से मिली इस जानकारी के अनुसार निगम का प्रयास है कि वे शहरवासियों को जल्द से जल्द इस सुविधा को लाभ पहुंचा सके। इसी के मद्देनजर आगामी सप्ताह से इसके खोले जाने की जानकारी दी जा रही है। उल्लेखनीय है कि गत शनिावर को निगम मुख्यालय में पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया (पीएचएफआई) के साथ एक एमओयू हस्ताक्षर के दौरान उपमेयर अतीन घोष ने बोरो स्तर पर कार्डियो-डायबिटिक सेंटर खोले जाने की घोषणा की थी। उन्होंने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि, इन सेंटरों में मरीजों का नि:शुल्क इलाज किया जाएगा। साथ ही उक्त बीमारियों की दवाइयां भी नि:शुल्क मुहैया कराई जाएगी। इसके अलावा निगम के प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों के डॉक्टरों के परामर्श पर मधुमेह के रोगियों को नि:शुल्क इंसुलिन भी दिया जाएगा। घोष ने कहा कि शहर में डायबिटीज की रोगियों की बढ़ती संख्या के साथ ही आत्महत्याओं की घटना में भी बढ़ोतरी हुई है। ज्यादातर आत्महत्याओं की घटनाएं मानसिक तनाव की वजह से घट रही है। ऐसे में निगम का यह कदम शहरवासियों के लिए लाभदायक साबित होगा। उनके अनुसार इन चिकित्सा केंद्रो में एक डॉक्टर और एक सलाहकार मौजूद रहेंगे। एक ओर जहां डॉक्टर मरीजों के शारीरिक समस्याओं का इलाज करेंगे, वहीं सलाहकार उनकी काउंसिलिंग करेंगे। घोष ने उम्मीद जताई है कि इससे शहर में बढ़ती आत्महत्याओं की घटनाओं में कमी आएगी। उल्लेखनीय है कि गत शनिवार को निगम मुख्यालय में निगम के स्वास्थ्य विभाग ने पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया (पीएचएफआई) के साथ दो एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इन एमओयू के तहत निगम के स्वास्थ्य कर्मी सर्टिफिकेट कोर्स इन कार्डियोवस्कूलर डीजीज एंड स्ट्रोक और सर्टिफिकेट कोर्स इन हेल्थकेयर क्वालिटी का प्रशिक्षण लेंगे।