पत्र में उन्होंने राज्य सरकार और केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए 20 लाख कोरोना वैक्सीन देने और फ्रंटलाइन कर्मियों के लिए वैक्सीन की आपूर्ति में तेजी लाने को कहा है। प्रधानमंत्री को भेजे गए पत्र में मुख्यमंत्री ने कहा है कि करीब 20 लाख टीकों की जरूरत है, जिससे फ्रंटलाइन में काम करने वाले केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारियों को वैक्सीन दी जा सके।
केन्द्र की वैक्सीन नीति पर उठाए सवाल- मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा है कि राज्य में रेलवे, एयरपोर्ट, डाक, बैंक, बीमा, कोयला सहित कई ऐसे विभाग हैं, जिनके कर्मचारी कोरोना महामारी में भी लगातार सबसे आगे रहकर काम कर रहे हैं।
इन कर्मचारियों के लिए केंद्र सरकार की कोई वैक्सीन नीति नहीं है, लेकिन राज्य सरकार ने इन्हें जल्द से जल्द वैक्सीन देना चाहती है। इसलिए जल्द से केंद्र सरकार वैक्सीन उपलब्ध कराए।
वैक्सीन आयात करने की मांग की थी
इसके पहले ममता बनर्जी ने कोरोना महामारी की दूसरी लहर की स्थिति को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर विदेशों से कोरोना वैक्सीन आयात करने का अनुरोध किया है, जिससे देश में वैक्सीन की कमी को पूरा किया जा सके और देश के सभी लोगों को त्वरित गति से वैक्सीन दी जा सके।
वैक्सीन आयात करने की मांग की थी
इसके पहले ममता बनर्जी ने कोरोना महामारी की दूसरी लहर की स्थिति को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर विदेशों से कोरोना वैक्सीन आयात करने का अनुरोध किया है, जिससे देश में वैक्सीन की कमी को पूरा किया जा सके और देश के सभी लोगों को त्वरित गति से वैक्सीन दी जा सके।
ममता लगातार लिख रहीं पत्र
तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद से ममता बनर्जी कोरोना को लेकर लगातार पीएम मोदी को पत्र लिख रही हैं। इसके पहले बंगाल के लिए मेडिकल ऑक्सीजन आपूर्ति बढ़ाने की मांग की थी।
तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद से ममता बनर्जी कोरोना को लेकर लगातार पीएम मोदी को पत्र लिख रही हैं। इसके पहले बंगाल के लिए मेडिकल ऑक्सीजन आपूर्ति बढ़ाने की मांग की थी।
ममता बनर्जी ने पीएम को लिखे पत्र में कहा था कि बंगाल में कोरोना के बढ़ते मामले के मद्देनजर राज्य को अगले सात-आठ दिनों में 550 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन की जरूरत हो सकती है।