सामाजिक संगठन आयोजित कर रहे हास्य कवि सम्मेलन आयोजन देते हैं जीवन के संघर्ष से आगे बढऩे की प्रेरणा कोलकाता. महानगर कोलकाता में होली से पहले हास्य और व्यंग्य का रंग जमा हुआ है। एक ओर जहां प्रीति सम्मेलनों के जरिए अलग अलग समाज के लोग अपने परिचितों के साथ साल भर की यादें ताजा कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर होली की प्रीत खिलखिलाहट, धमाल में कवियों ने तड़का लगाया हुआ है। रंग बिरंगे स्वांग, लोक गीत, नृत्य से भरे रंगारंग आयोजनों ने शहर को होली के रंग में डूबा रखा है। वहीं वॉटर पार्क और कई क्लबों ने भी सांस्कृतिक अनुष्ठान आयोजित किए हैं। जिनमें कॉमेडियन से लेकर हास्य कवियों का जमघट लगा हुआ है। महानगर के साहित्य, कला क्षेत्र की हस्तियां मानती हैं कि इस तरह के आयोजन उल्लास बढ़ाते हैं। जीवन के संघर्षों से आगे बढऩे की प्रेरणा देते हैं। --उल्लास बढ़ाने वाले त्योहार महानगर के साहित्य जगत के चर्चित व्यक्तित्व प्रेमशंकर त्रिपाठी के मुताबिक महानगर कोलकाता में होली के समय हास्य कवि सम्मेलनों की लंबी और पुरानी परंपरा रही है। महानगर के लिए यह गौरव की बात है। होली का त्योहार उल्लास और उमंग का पर्व है। यहां के आयोजनों में देश के चर्चित हास्य कवि नियमित तौर पर आते रहे हैं। हास्य व्यंग्य की रसधारा से महानगर के श्रोता आनंदित होते रहे हैं। लेकिन इन दिनों कई आयोजनों में फूहड़पन देखा जा रहा है। व्यंग्य और फूहड़पन के बीच की बारीक रेखा का सम्मान करना चाहिए। --ऋतुराज बसंत की खूबसरती का रंग है कविता जानी मानी लेखिका कुसुम खेमानी कहती हैं कि बसंत को यू हीं ऋतुराज नहीं कहा जाता। उसकी चारों दिशाओं का सौन्दर्य रचनात्मक्ता को प्रेरित करता है। कवि सम्मेलन जैसे आयोजन आनंद उल्लास का वातावरण तैयार करते हैं। जीवन में हास्य परिहास का स्थान अत्यंत आवश्यक है। उसी भावना के अनुसार आयोजन होते हैं। वसंत उत्सव में कलाकारों ने समां बांधासंस्कृति मंत्रालय भारत सरकार ने प्रभा खेतान फाउंडेशन और दीक्षा मंजरी के सहयोग से कोलकाता के भारतीय संग्रहालय के प्रांगण में वसंत उत्सव, रंगों का उत्सव नामक कार्यक्रम का आयोजन किया। मशहूर कलाकार डोना गांगुली ने दीक्षा मंजरी की स्टूडेंट्स के साथ नृत्य से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। समाजसेवी संदीप भूतोडिय़ा की देखरेख में आयोजन हुआ। पत्रिका
सामाजिक संगठन आयोजित कर रहे हास्य कवि सम्मेलन आयोजन देते हैं जीवन के संघर्ष से आगे बढऩे की प्रेरणा कोलकाता. महानगर कोलकाता में होली से पहले हास्य और व्यंग्य का रंग जमा हुआ है। एक ओर जहां प्रीति सम्मेलनों के जरिए अलग अलग समाज के लोग अपने परिचितों के साथ साल भर की यादें ताजा कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर होली की प्रीत खिलखिलाहट, धमाल में कवियों ने तड़का लगाया हुआ है। रंग बिरंगे स्वांग, लोक गीत, नृत्य से भरे रंगारंग आयोजनों ने शहर को होली के रंग में डूबा रखा है। वहीं वॉटर पार्क और कई क्लबों ने भी सांस्कृतिक अनुष्ठान आयोजित किए हैं। जिनमें कॉमेडियन से लेकर हास्य कवियों का जमघट लगा हुआ है। महानगर के साहित्य, कला क्षेत्र की हस्तियां मानती हैं कि इस तरह के आयोजन उल्लास बढ़ाते हैं। जीवन के संघर्षों से आगे बढऩे की प्रेरणा देते हैं। --उल्लास बढ़ाने वाले त्योहार महानगर के साहित्य जगत के चर्चित व्यक्तित्व प्रेमशंकर त्रिपाठी के मुताबिक महानगर कोलकाता में होली के समय हास्य कवि सम्मेलनों की लंबी और पुरानी परंपरा रही है। महानगर के लिए यह गौरव की बात है। होली का त्योहार उल्लास और उमंग का पर्व है। यहां के आयोजनों में देश के चर्चित हास्य कवि नियमित तौर पर आते रहे हैं। हास्य व्यंग्य की रसधारा से महानगर के श्रोता आनंदित होते रहे हैं। लेकिन इन दिनों कई आयोजनों में फूहड़पन देखा जा रहा है। व्यंग्य और फूहड़पन के बीच की बारीक रेखा का सम्मान करना चाहिए। --ऋतुराज बसंत की खूबसरती का रंग है कविता जानी मानी लेखिका कुसुम खेमानी कहती हैं कि बसंत को यू हीं ऋतुराज नहीं कहा जाता। उसकी चारों दिशाओं का सौन्दर्य रचनात्मक्ता को प्रेरित करता है। कवि सम्मेलन जैसे आयोजन आनंद उल्लास का वातावरण तैयार करते हैं। जीवन में हास्य परिहास का स्थान अत्यंत आवश्यक है। उसी भावना के अनुसार आयोजन होते हैं। वसंत उत्सव में कलाकारों ने समां बांधासंस्कृति मंत्रालय भारत सरकार ने प्रभा खेतान फाउंडेशन और दीक्षा मंजरी के सहयोग से कोलकाता के भारतीय संग्रहालय के प्रांगण में वसंत उत्सव, रंगों का उत्सव नामक कार्यक्रम का आयोजन किया। मशहूर कलाकार डोना गांगुली ने दीक्षा मंजरी की स्टूडेंट्स के साथ नृत्य से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। समाजसेवी संदीप भूतोडिय़ा की देखरेख में आयोजन हुआ। पत्रिका