-कहा, जनता की नजर में भाजपा वैकल्पिक ताकत
– कांग्रेस और वामदलों में एकजुटता पर दिया जोर कोलकाता.
पूर्व केंद्रीय रेल राज्य मंत्री तथा बहरमपुर के सांसद अधीर रंजन चौधरी ने पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के खिलाफ मजबूत और दीर्घ मियादी गठबंधन पर जोर दिया है। हाल में सम्पन्न हुए लोकसभा चुनाव में राज्य की जनता कांग्रेस और वामदलों के बदले भाजपा को वैकल्पिक ताकत के रूप में मान्यता दी है। जबकि 2016 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-माकपा के गठबंधन को लोगों ने तृणमूल का विकल्प साबित कर दिखाया था। लोकसभा चुनाव में दोनों दलों के बीच रजामंदी नहीं होने के कारण भाजपा को मौका मिला। अधीर ने मंगलवार को कोलकाता में संवाददाताओं से बातचीत में ऐसा कहा। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव नतीजों ने कांग्रेस और माकपा को हाशिए पर ला दिया है। दोनों की नैया डगमगा रही है। ऐसे समय में गठबंधन के मुद्दे पर एक दूसरे पर दोषारोपण करने के बजाय दीर्घ मियादी गठबंधन की दिशा में आगे आना चाहिए। केवल चुनाव के वक्त गठबंधन और चुनाव बीत जाने के बाद अलग होना जनता को स्वीकार्य नहीं होगा। अगले साल होने वाले करीब 100 स्थानीय निकायों और 2021 के विधानसभा चुनाव दोनों दलों के लिए काफी अहम बताते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा कि सर्वप्रथम हमें बचने का रास्ता खोजना चाहिए। पश्चिम बंगाल में भाजपा को मिली बढ़त पर अधीर ने कहा कि तृणमूल के खिलाफ लोगों को विकल्प खुल गया। लोग विपक्ष में कांग्रेस और माकपा की जगह भाजपा को तवज्जो दे रहे हैं। लोगों की मानसिकता में बदलाव लाने के लिए दोनों दलों को एकजुटता के साथ जनता में विश्वास बढ़ाने की आवश्यकता है।
– कांग्रेस और वामदलों में एकजुटता पर दिया जोर कोलकाता.
पूर्व केंद्रीय रेल राज्य मंत्री तथा बहरमपुर के सांसद अधीर रंजन चौधरी ने पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के खिलाफ मजबूत और दीर्घ मियादी गठबंधन पर जोर दिया है। हाल में सम्पन्न हुए लोकसभा चुनाव में राज्य की जनता कांग्रेस और वामदलों के बदले भाजपा को वैकल्पिक ताकत के रूप में मान्यता दी है। जबकि 2016 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-माकपा के गठबंधन को लोगों ने तृणमूल का विकल्प साबित कर दिखाया था। लोकसभा चुनाव में दोनों दलों के बीच रजामंदी नहीं होने के कारण भाजपा को मौका मिला। अधीर ने मंगलवार को कोलकाता में संवाददाताओं से बातचीत में ऐसा कहा। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव नतीजों ने कांग्रेस और माकपा को हाशिए पर ला दिया है। दोनों की नैया डगमगा रही है। ऐसे समय में गठबंधन के मुद्दे पर एक दूसरे पर दोषारोपण करने के बजाय दीर्घ मियादी गठबंधन की दिशा में आगे आना चाहिए। केवल चुनाव के वक्त गठबंधन और चुनाव बीत जाने के बाद अलग होना जनता को स्वीकार्य नहीं होगा। अगले साल होने वाले करीब 100 स्थानीय निकायों और 2021 के विधानसभा चुनाव दोनों दलों के लिए काफी अहम बताते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा कि सर्वप्रथम हमें बचने का रास्ता खोजना चाहिए। पश्चिम बंगाल में भाजपा को मिली बढ़त पर अधीर ने कहा कि तृणमूल के खिलाफ लोगों को विकल्प खुल गया। लोग विपक्ष में कांग्रेस और माकपा की जगह भाजपा को तवज्जो दे रहे हैं। लोगों की मानसिकता में बदलाव लाने के लिए दोनों दलों को एकजुटता के साथ जनता में विश्वास बढ़ाने की आवश्यकता है।
जय श्रीराम पर विवाद हास्यास्पद-
पश्चिम बंगाल में जय श्रीराम के नारे को लेकर चल रहे विवाद पर कांग्रेस सांसद चौधरी ने राज्य की सीएम ममता बनर्जी को कटघरे में लाया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर यह मामला हंसी और मजाक की खुराक बना हुआ है। राम के नाम को लेकर ममता बनर्जी की चिंता पर उन्होंने सवाल उठाया है। अधीर ने कहा कि यह देश राम और रहीम का है। हमारे लिए दोनों एक समान हैं। नवजागरण के बंगाल में जय श्रीराम पर विवाद राज्य की संस्कृति और राजनीति को कलंकित कर रहा है।
पश्चिम बंगाल में जय श्रीराम के नारे को लेकर चल रहे विवाद पर कांग्रेस सांसद चौधरी ने राज्य की सीएम ममता बनर्जी को कटघरे में लाया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर यह मामला हंसी और मजाक की खुराक बना हुआ है। राम के नाम को लेकर ममता बनर्जी की चिंता पर उन्होंने सवाल उठाया है। अधीर ने कहा कि यह देश राम और रहीम का है। हमारे लिए दोनों एक समान हैं। नवजागरण के बंगाल में जय श्रीराम पर विवाद राज्य की संस्कृति और राजनीति को कलंकित कर रहा है।