भाजपा की भी काफी सीटें घटेंगी। क्षेत्रीय पार्टियां शक्तिशाली बन कर उभरेंगी और बड़ी भूमिका निभाएंगी।
राष्ट्रीय राजनीति में कांग्रेस से हाथ मिलाने से किया इनकार अगले लोकसभा चुनाव में फेडरल फ्रंट की होगी निर्याणक भूमिका कोलकाता तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और मुख्यमंत्री
ममता बनर्जी ने अगले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को बहुमत नहीं मिलने, भाजपा की सीटें घटने और फेडरल फ्रंट के बैनर तले क्षेत्रीय पार्टियों का भविष्य होने का दावा किया। पश्चिम बंगाल में कांग्रेस पर भाजपा से हाथ मिलाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने राष्ट्रीय राजनीति में कांग्रेस से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया। वे शुक्रवार को एक निजी बांग्ला समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार में बोल रही थीं।
ममता बनर्जी ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री बनने की इच्छा जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि अगले लोकसभा चुनाव में अगर कांग्रेस सबसे अधिक सीटें जीतती है तो वे प्रधानमंत्री बनना चाहेंगे, लेकिन हमारा अनुभव कहता है कि ऐसी स्थिति में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत नहीं मिलेगा और तृणमूल कांग्रेस राष्ट्रीय राजनीति में कांग्रेस के साथ नहीं जाएगी। बंगाल में कांग्रेस हमारे खिलाफ भाजपा से मिली हुई है तो हम राष्ट्रीय राजनीति में उसका साथ क्यों देंगे। कांग्रेस दोहरी नीति पर चल रही है। केन्द्र में भाजपा का विरोध करना, लेिकन बंगाल में गुप्त रूप से उसका साथ दे रही है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने जो कुछ कहा है वो उनकी पार्टी की नीति है। इससे उनका कोई मलाल नहीं है। लेकिन उनके बयान का मतलब है कि कांग्रेस भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों के प्रस्तावित फेडरल फ्रंट में शामिल नहीं होना चाहती है। उन्होंने कहा कि सिर्फ कांग्रेस ही बहुमत से दूर नहीं रहेगी, बल्कि भाजपा की भी काफी सीटें घटेंगी। क्षेत्रीय पार्टियां शक्तिशाली बन कर उभरेंगी और बड़ी भूमिका निभाएंगी। भाजपा और कांग्रेस क्षेत्रीय पार्टियों को कम आंकने की भूल नहीं करें। फेडरल फ्रंट अगले आम चुनाव में निर्याणक भूमिका में होगा। उन्होंने कहा कि लोकसभा में हम सभी सामूहिक लड़ाई लड़ रहे हैं।