scriptराज्यपाल के इस बयान पर फिर हुआ विवाद | Controversy over this statement of Governor | Patrika News

राज्यपाल के इस बयान पर फिर हुआ विवाद

locationकोलकाताPublished: Feb 16, 2018 08:49:12 pm

Submitted by:

Manoj Kumar

ममता की कन्याश्री से मोदी की बेटी बचाओ बड़ी योजना-राज्यपाल, मंत्री बोले, संवैधानिक पद की गरिमा का उल्लंघन कर रहे राज्यपाल

kolkata west bengal
कोलकाता. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दावे को खारिज करते हुए राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने शुक्रवार को कन्याश्री से पीएम मोदी की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को बड़ी योजना करार दिया। राज्यपाल महानगर के साल्टलेक स्थित इजेडसीसी में राजा राममोहन लाइब्रेरी फाउंडेशन की ओर से स्कूली बच्चों के लिए आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद संवाददाताओं के सवालों का जवाब दे रहे थे। दूसरी तरफ राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने राज्यपाल की कड़ी निंदा की और संवैधानिक पद की गरिमा का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राज्यपाल राज्य का सबसे बड़ा संवैधानिक और गैर राजनीतिक पद है। इसे ताक पर रख कर राज्यपाल सिर्फ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा कर रहे हैं।
राज्यपाल ने दोनों योजनाओं की तुलना करते हुए कहा कि कन्याश्री सीमित आर्थिक मदद करने वाली योजना है, लेकिन बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का महत्व इससे बहुत अधिक है। इसकाव्यापक उद्देश्य है। नाम के अनुसार इसका उद्देश्य बेटियों को बचाना और उन्हें पढ़ा कर बड़ा करना है। उन्हें समाज और देश के विकास में अवदान करने के लिए तैयार करना है। इसलिए यह योजना कन्याश्री योजना से बड़ी है।
क्या है ममता का दावा
इसके उलट मुख्यमंत्री राज्य सरकार की कन्याश्री योजना को बड़ी और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना को छोटी योजना आंकती रही हैं। वे अक्सर जनसभाओं में दावा कर रही हैं कि उन्होंने केन्द्र से पहले कन्याश्री योजना शुरू की। योजना को वैश्विक मंचों पर सम्मानित किया गया है। छात्राओं को अनुदान बढ़ा रहे हैं, लेकिन केन्द्र ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तहत लड़कियों को दिया जाने वाले अनुदान की धनराशि घटा दी है।
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राज्यपाल का पद खतरे में लगता-फिरहाद
राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि लगता है कि राज्यपाल का पद खतरे में है। त्रिपाठी इसे बचाने लिए मोदी की प्रशंसा कर रहे हैं। अगर वे राज्य की कन्याश्री की प्रशंसा करते और दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बुला कर इसे सभी राज्यों में लागू करने को कहते तो उनका सम्मान बढ़ता। उन्होंने कहा कि कन्याश्री को विश्व भर में प्रसिद्धि मिली है। इसमें लड़कियों को पढऩे के लिए अनुदान दिया जाता है और केन्द्र की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना मात्र प्रचार है। इसमें अधिक अनुदान भी नहीं है।
(कार्यालय संवाददाता)

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