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कोरोना: बंगाल में 48 घंटे में 12 संक्रमित

locationकोलकाताPublished: Apr 06, 2020 10:27:39 pm

Submitted by:

Rabindra Rai

पश्चिम बंगाल में पिछले 48 घंटे के दौरान 12 लोग वैश्विक महामारी कोविड-19 से संक्रमित हुए हैं। संक्रमण से मौत और स्वस्थ होने वाले को छोड़ कर सोमवार 12 बजे तक राज्य के विभिन्न अस्पतालों में 61 लोग चिकित्साधीन हैं। इनमें से 55 लोग अलग-अलग कुल 7 परिवार के हैं। कोरोना संक्रमण के मुद्दे पर सोमवार को राज्य सचिवालय नवान्न में विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ बैठक के बाद राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनजीü ने संवाददाता सम्मेलन में इसकी जानकारी दी।

कोरोना: बंगाल में 48 घंटे में 12 संक्रमित

कोरोना: बंगाल में 48 घंटे में 12 संक्रमित

विभिन्न अस्पतालों में 61 का हो रहा इलाज, 99 फीसदी पीडि़त लोगों के संपकü विदेश से
कोलकाता.
पश्चिम बंगाल में पिछले 48 घंटे के दौरान 12 लोग वैश्विक महामारी कोविड-19 से संक्रमित हुए हैं। संक्रमण से मौत और स्वस्थ होने वाले को छोड़ कर सोमवार 12 बजे तक राज्य के विभिन्न अस्पतालों में 61 लोग चिकित्साधीन हैं। इनमें से 55 लोग अलग-अलग कुल 7 परिवार के हैं। कोरोना संक्रमण के मुद्दे पर सोमवार को राज्य सचिवालय नवान्न में विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ बैठक के बाद राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनजीü ने संवाददाता सम्मेलन में इसकी जानकारी दी। कोरोना पर गठित विशेषज्ञ चिकित्सकों से प्राप्त रिपोटü के हवाले से मुख्यमंत्री ने कहा कि जितने लोग भी कोरोना संक्रमित हैं उनमें से 99 फीसदी पीडि़त लोगों का संपकü विदेश से रहा है।
उन्होंने राज्य में चिकित्साधीन कोविड-19 के मरीजों की हालत पर संतोष प्रकट किया है।

13 लोगों को छुट्टी दी
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेलियाघाटा आईडी अस्पताल से 13 लोगों को छुट्टी दे दी गई है। अब यहां कोविड-19 के संक्रमित 17 लोग चिकित्साधीन हैं। इनमें से 12 की हालत में काफी सुधार के लक्षण हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कलिम्पोंग में एक ही परिवार के संक्रमित 10 लोगों में 4 की रिपोटü निगेटिव पाई गई। एक मरीज को छोड़ बाकी सभी की हालत ठीक है।

आतंकित नहीं होने की सलाह
मुख्यमंत्री ने कोविड-19 को लेकर अकारण आतंकित नहीं होने की राज्यवासियों से अपील की। उन्होंने कहा कि सुरक्षा और सतकüता बरतने पर हम इस महामारी से बच सकते हैं। लॉकडाउन के दौरान लोगों को अपने घरों में रहने तथा जरूरतवश घर से निकलने पर सामाजिक दूरी बनाए रखने पर उन्होंने जोर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल में 1991 से लेकर 2012 तक कभी मलेरिया और डेंगू के बढ़ते प्रकोप से लाखों की संख्या में लोग पीडि़त हुए थे। जो समय के साथ-साथ कम होता गया। आने वाले समय में कोविड-19 के प्रकोप को भी कम होना है, पर कब तक इसका असर रहेगा कहना मुश्किल है।

कोरोना को लेकर राजनीति नहींं
मुख्यमंत्री ने कोविड-19 को लेकर राजनीति नहीं करने की विभिन्न दलों से अपील की। उन्होंने कहा कि वतüमान समय राजनीति करने का नहीं बल्कि पीडि़तों को बचाने और राज्यवासियों को इसके आतंक से दूर रखने का है। उन्होंने कहा कि कुछ राजनीतिक दलों ने कोविड-19 के तथ्यों को छिपाने का राज्य सरकार पर आरोप लगाया है। इसे खारिज करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग कह रहे हैं कि सरकार राज्य में कोविड-19 से मौत की संख्या को कम कर दिखाने का प्रयास कर रही है, उन्हें यह सलाह है कि वे कृपया केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय की वेबसाइट पर नजर डालें।
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