scriptकोरोना वायरस अब बना चीनी लहसुन का किलर, कैसे? जानिए यहां… | Corona virus now made Chinese garlic killer, how? Know here ... | Patrika News

कोरोना वायरस अब बना चीनी लहसुन का किलर, कैसे? जानिए यहां…

locationकोलकाताPublished: Feb 28, 2020 07:41:49 pm

Submitted by:

Shishir Sharan Rahi

WEST BENGAL NEWS: Corona virus now made Chinese garlic killer, कोलकाता में पहले थी अधिक मांग, अब कारोबार हो गया ठप, बड़ी कलियों के साथ बेदाग दिखने से था अधिक प्रचलित, कैंसर का मुख्य कारण और जहरीला माना जा रहा

कोरोना वायरस अब बना चीनी लहसुन का किलर, कैसे? जानिए यहां...

कोरोना वायरस अब बना चीनी लहसुन का किलर, कैसे? जानिए यहां…

CORONA VIRUS now made Chinese garlic killer,कोलकाता. विशेषज्ञों की ओर से पूरे विश्व के लिए अगली महामारी साबित होने की आशंका वाले चीन में फैले खतरनाक कोरोना वायरस का असर अब महानगर में चीनी लहसुन के कारोबार पर भी पड़ा है। कोरोना वायरस के कहर से चीनी लहसुन का व्यापार लगभग ठप पड़ गया है। एशियाई देशों में कहर मचाने वाले कोरोना वायरस के पहले कोलकाता में चीनी लहसुन की बिक्री काफी अधिक मात्रा में होती थी और इसका महानगरवासी भोजन में भी इस्तेमाल कर रहे थे। लेकिन अब अनेक केमिकलों से लैस यह चीनी लहसुन जहरीला हो गया है। गौरतलब है कि क्लोरीन में ब्लीच करने के बाद ब्रोमाइड वाले पेस्टिसाइड के धुएं की मदद से चीनी लहसुनको तैयार किया जाता है। इसलिए चीनी लहसुन को कैंसर का मुख्य कारण और जहरीला माना जा रहा। इसकी बड़ी कलियों के साथ बेदाग, स्वच्छ और सफेद, चमचमाते रंग में नजर आने के कारण चीनी लहसुन कोलकाता में ज्यादा प्रचलित था क्योंकि इसकी बड़ी कलियां आसानी से निकल जाती है। महानगर के होटलों, रेस्टोरेन्ट और कैटरिंग व्यवसाय में इसका अधिक इस्तेमाल होता था। इसके अलावा इस्तेमाल में आसानी से घर में भी इसका प्रयोग ज्यादा किया जाता था। महानगर के पोस्ता, नूतन बाजार, मछुआ बाजार, सियालदह, गरियाहाट समेत तमाम बाजारों के कारोबारियों ने इस संबंध में कहा कि पहले चीनी लहसुन की बिक्री बड़े पैमाने पर हो रही थी। लेकिन जब से कोरोना वायरस संबंधित समाचार मिला तब से बाजारंों से चीनी लहसुन गायब हो गया। दिलीप कुमार मंडल, रंजीत कुमार साव आदि दुकानदारों ने शुक्रवार को बताया कि कुछ साल पहले वाणिज्य मंत्रालय ने चीनी लहसुन के आयात-बिक्री पर प्रतिबंध लगाया था।
खुदरा कारोबारियों ने कम कर दिया स्टॉक
उधर पश्चिम बंगाल वेंडर्स एसोसिएशन के सचिव कमल डे ने इस मामले में बताया कि महानगर के बाजारों में पहले चीनी लहसुन की आपूर्ति हो रही थी और कारोबारी बेच भी रहे थे। लेकिन स्थानीय बहुलता के बाद खुदरा कारोबारियों ने चीनी लहसुन की सप्लाई बंद होने से पहले ही स्टॉक कम कर दिया। खाद्य विश्लेषकों का भी कहना है कि चीनी लहसुन के इस्तेमाल से कई गंभीर रोगों की चपेट में आने की संभावना हमेशा बनी रहती है।
कोरोना वायरस अब बना चीनी लहसुन का किलर, कैसे? जानिए यहां...
अनेक जानलेवा रोगों का मुख्य कारण
जादवपुर यूनिवर्सिटी के फूड टेक्नॉलजी और बॉयोकेमिकल इंजिनियरिंग विभाग के प्रफेसर प्रशांत कुमार विश्वास ने बताया कि चीनी लहसुन में मौजूद खतरनाक केमिकल्स मेथिल ब्रोमाइड और क्लोरीन घुलने के बाद न्यूरोटॉक्सिन्स (नर्वस सिस्टम के लिए नुकसानदेह) को उत्पन्न करते हैं। इससे मानव शरीर की पाचन प्रणाली में तेजी से बदलाव होता है। साथ ही कैंसर समेत पेट संबंधी अनेक खतरनाक रोगों के होने की आशंका बनी रहती है। मौलाना अबुल कलाम आजाद यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलोजी के फूड साइंस टेक्नोलोजी विभाग के अध्यक्ष उत्पल रॉयचौधरी ने बताया कि चीनी लहसुन साधारण लहसुन खासकर भारत में उत्पन्न होने वाले लहसुन की तुलना में किसी भी तरह से फायदेमंद नहीं है। जनरल फिजिशियन समीर कुमार बनर्जी का कहना है कि कोरोना के चीनी लहसुन पर पड़े असर को अनदेखा नहीं किया जा सकता, जो मानव स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है।
क्या है कोरोना वायरस?

चीन से दुनिया भर में फैले जानलेवा बने कोराना वायरस 40 से ज़्यादा देशों तक पहुंच चुका है। इससे दुनिया में 82 हजार से अधिक लोग संक्रमित हैं और केवल चीन में 2700 से अधिक लोगों की मौत इस वायरस से हो चुकी है। कोरोना वायरस का संक्रमण पिछले साल दिसंबर में चीन के वुहान शहर के एक बाजार से शुरू हुआ। बिगड़ते हालात देखकर अब विशेषज्ञों को चिंता सता रही है कि ये वायरस और कहां-कहां फैल सकता है और कितने लोगों को चपेट में ले सकता है? कोरोना वायरस को अब तक वैश्विक खतरा या पैनडेमिक (महामारी) घोषित नहीं किया गया है लेकिन विशेषज्ञों ने इसके दुनिया के लिए अगली महामारी साबित होने की आशंका जताई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख टेड्रस एडॉनम ने कहा है कि कोरोना वायरस का संक्रमण अब इस स्तर पर पहुंचा है कि यह अब महामारी की शक्ल ले सकता है। डब्ल्यूएचओ के ताजा आकड़ों के अनुसार दुनिया भर में इस वायरस के कारण 82,294 मामले पाए गए जबकि चीन में 78,630 हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो