वामदलों के राज्य सचिवालय “नवान्न” अभियान के दौरान पुलिस की ओर से लाठीचार्ज में गंभीर रूप से घायल हुए माकपा के एक कार्यकर्ता की सोमवार सुबह आपताल में मौत हो गई। मृतक की पहचान 31 वर्षीय मैदुल इस्लाम मिदा के रूप में हुई है। मैदुल मूल रूप से बांकुड़ा के लोकल कमेटी के सदस्य था।
11 फरवरी को पुलिस की ओर से किए गए लाठीचार्ज का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें जमीन पर गिरे पड़े मैदुल को पुलिस वाले लात- घुसा- डंडे से पीटते नजर आ रहे हैं।
बुरी तरह से घायल मैदुल को अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां सोमवार सुबह उसका दम टूट गया। पार्टी की ओर से पुलिस कर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। माकपा नेता फुआद हलीम ने कहा कि इस मामले में शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। उसके बाद ही सबकुछ साफ हो सकेगा। लाइफ लाइन नर्सिंग होम में उक्त नेता का इलाज चल रहा था। हलीम ने कहा कि पुलिस के बर्बर लाठीचार्ज की वजह से ही उनकी मौत हुई है।
11 फरवरी को पुलिस की ओर से किए गए लाठीचार्ज का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें जमीन पर गिरे पड़े मैदुल को पुलिस वाले लात- घुसा- डंडे से पीटते नजर आ रहे हैं।
बुरी तरह से घायल मैदुल को अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां सोमवार सुबह उसका दम टूट गया। पार्टी की ओर से पुलिस कर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। माकपा नेता फुआद हलीम ने कहा कि इस मामले में शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। उसके बाद ही सबकुछ साफ हो सकेगा। लाइफ लाइन नर्सिंग होम में उक्त नेता का इलाज चल रहा था। हलीम ने कहा कि पुलिस के बर्बर लाठीचार्ज की वजह से ही उनकी मौत हुई है।