कांग्रेस से चुनावी गठजोड़ नहीं करेगी माकपा
कोलकाताPublished: Apr 20, 2018 11:05:09 pm
माकपा कांग्रेस के साथ किसी तरह के चुनावी गठजोड़ में नहीं बल्कि तालमेल के आधार पर चुनाव लड़ेगी।
– 2019 में तालमेल से लड़ेगी पार्टी
– येचुरी के विचारों को किया खारिज – हैदराबाद पार्टी कांग्रेस
हैदराबाद. माकपा पार्टी कांग्रेस ने 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को रोकने के लिए देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस के साथ चुनावी गठजोड़ के प्रस्तावों को खारिज कर दिया है। इस मुद्दे पर दो गुटों में बंटे पार्टी के कामरेडों के रूख को भांपते हुए माकपा शीर्ष नेतृत्व ने शुक्रवार को कांग्रेस से तालमेल करने पर मुहर लगा दी। मुद्दे पर शुक्रवार को पार्टी पोलित ब्यूरो में चर्चा हुई। इसके बाद पार्टी ने स्पष्ट किया कि माकपा कांग्रेस के साथ किसी तरह के चुनावी गठजोड़ में नहीं बल्कि तालमेल के आधार पर चुनाव लड़ेगी। केवल कांग्रेस से तालमेल के आधार पर ही चुनाव लड़ेगी। उल्लेखनीय है कि माकपा के वर्तमान महासचिव सीताराम येचुरी ने भाजपा को रोकने के लिए कांग्रेस के साथ गठजोड़ करने की वकालत कर रहे हैं। कट्टरपंथी गुट के नेता प्रकाश कारत ने येचुरी के विचारों को संगठन के भीतर एक वर्ग का विचार करार दिया था। पार्टी के सूत्रों ने बताया कि माकपा महासम्मेलन में पेश हुए राजनीतिक प्रस्तावों पर जोरदार चर्चा हुई। कारत का गुट यह मानता है कि चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस के साथ जाना ठीक नहीं है जबकि येचुरी और उनके समर्थकों का मानना है कि कांग्रेस के साथ गठबंधन करने पर उन्हें फायदा होगा। दोनों गुटों के बीच की तनातनी से पार्टी में संभावित विभाजन को टालने के उद्देश्य से पार्टी महासम्मलेन ने तीसरा राह अपनाते हुए यह निर्णय लिया कि 2019 के चुनाव में पार्टी कांग्रेस के साथ चुनावी गठजोड़ में नहीं जाएगी बल्कि तालमेल के आधार पर चुनाव लड़ेगी। पार्टी कांग्रेस के दूसरे दिन गुरुवार को 11 राज्यों के प्रतिनिधियों ने राजनीतिक प्रस्तावों पर अपने विचार रखे। इनमें से 6 राज्यों ने अलग-अलग राय दी। जबकि, महाराष्ट्र के प्रतिनिधियों ने भी ‘गुप्त बैलट’ की मांग का समर्थन किया।
जनवरी में कोलकाता में हुए सेंट्रल कमेटी की बैठक में करात के धड़े ने येचुरी के प्रस्ताव को 31: 55 वोट से हरा दिया था। वहीं, बुधवार को हैदराबाद में शुरू हुई पार्टी कांग्रेस ने कारत के प्रस्तावों के लिए 286 संशोधन स्वीकार किए थे।