कर्तव्य पूरा करने से कोई नहीं रोक सकता:
राज्यपाल धनखड़ ने कहा कि बुधवार को राजभवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कलकत्ता विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह से ‘भीड़’ ने उन्हें वापस जाने को विवश कर दिया था। इसके बाद से वह पूरी तरह विचलित हो गए। धनखड़ ने कहा कि मंगलवार को दीक्षांत समारोह में जो हुआ उससे मैं पूरी तरह हिल गया हूं …। संवाददाताओं के सवाल पर राज्यपाल ने कहा कि जो चीजें कल हुईं, वो अचानक से नहीं हुई। कुलाधिपति (चांसलर) को विधिवत आमंत्रित किए जाने के बावजूद बेकाबू भीड़ के माध्यम से उन्हें आयोजन स्थल से जाने के लिए मजबूर किया गया।