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संदिग्ध ड्रोन खरीद मामले की जांच में जुटे कस्टम व सीबीआई

locationकोलकाताPublished: Sep 30, 2020 10:43:05 pm

Submitted by:

Krishna Das Parth

तोता नाम के चार ड्रोन को फ्रांस से आयात कर लाया गया कोलकाता-संदेह है कि जासूसी करने के लिए लाए गए थे ड्रोंन -ड्रोन के कुछ वर्गों को केंद्रीय गृह मंत्रालय और दूरसंचार विभाग से मंजूरी जरूरी

संदिग्ध ड्रोन खरीद मामले की जांच में जुटे कस्टम व सीबीआई

संदिग्ध ड्रोन खरीद मामले की जांच में जुटे कस्टम व सीबीआई

कोलकाता . कोलकाता की एक फर्म की ओर से आयात किए गए चार ड्रोनों की जब्ती ने कस्टम्स और सीबीआई को अलर्ट कर दिया है। जबकि पूछताछ के दौरान दिखाए गए दस्तावेज कथित रूप से फर्जी निकले हैं। इसलिए अधिकारियों का मानना है कि यह एक बड़े रैकेट का हिस्सा हो सकता है। अब इस बारे में केंद्रीय गृह मंत्रालय को सतर्क कर दिया गया है और सीबीआई ने प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है। तोता नाम के चार ड्रोन जो फ्रांस में बने हैं, इन्हें 23 सितंबर को हवाई अड्डे पर आयात कर लाया गया था। वाणिज्यिक जरूरतों के लिए उपयोग किए जाने वाले के विपरीत, ये थर्मल इमेजिंग कैमरों से सुसज्जित हैं।
दक्षिण कोलकाता स्थित एक आयातक ने कथित तौर पर रक्षा मंत्रालय से आयात आदेश दिखाए हैं। लेकिन मामले का निरीक्षण करने वाले अधिकारियों को पत्र की प्रामाणिकता पर संदेह है। इसके अलावा, आयातक नागरिक उड्डयन महानिदेशक से किसी भी दस्तावेज या अनुमति प्रमाण पत्र दिखाने में विफल रहे।
एक सूत्र ने कहा कि आयात नीति में उल्लेख किया गया है कि मानव रहित विमान प्रणाली या ड्रोन का आयात प्रतिबंधित है और इसके लिए डीजीसीए से अनुमति होनी चाहिए और डीजीएफटी से आयात लाइसेंस होना चाहिए। ड्रोन के कुछ वर्गों को केंद्रीय गृह मंत्रालय और दूरसंचार विभाग से मंजूरी की भी आवश्यकता है। ऐसे कई अनुमोदन दस्तावेज नहीं मिले हैं। सीमा शुल्क ने पाया कि रक्षा मंत्रालय से कथित पत्र 2019 में जारी किया था।
रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज के विवरण के अनुसार, आयात करने वाली फर्म का गठन 2018 में किया गया था और निदेशकों के रूप में दो महिलाएं थीं। लेकिन कागजात पर उनके नाम में से किसी को भी आयातक नहीं बताया गया है। इसलिए सीबीआई और कस्टम्स दोनों जांच में जुटे हुए हैं। जल्द ही इस मामले में गिरफ्तारियां हो सकती हैं। संदेह है कि जासूसी करने के लिए ड्रोंस लाए गए थे। कोलकाता में सेना का पूर्वी कमान मुख्यालय है और यहां से चीन की सीमा बहुत करीब है। कई अहम रणनीति यहां बनाई जाती है इसीलिए इस दृष्टिकोण से भी जांच की जा रही है।
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