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चक्रवात अम्फान : 80 फीसदी इलाकों में सेवा बहाल : मुख्यमंत्री ममता

locationकोलकाताPublished: May 25, 2020 10:47:21 pm

Submitted by:

Krishna Das Parth

सवा दो लाख से अधिक सरकारी कर्मचारी आपदा से निपटने के लिए 24 घंटे कर रहे काम -ये कर्मचारी प्रशंसा के पात्र

चक्रवात अम्फान : 80 फीसदी इलाकों में सेवा बहाल : मुख्यमंत्री ममता

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कोलकाता . राज्य के सवा दो लाख से अधिक सरकारी कर्मचारी आपदा से निपटने के लिए 24 घंटे काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को संवाददाताओं को इस बारे में जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि लगभग 80 प्रतिशत क्षेत्रों में आपातकालीन सेवाएं सामान्य हो गई हैं।
राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को राहत व बचाव कार्य में लगे समस्त कर्मचारियों का अभिवादन किया। उन्होंने कहा कि हमारे कर्मचारियों ने संकट की इस घड़ी में अनवरत राहत व बचाव कार्य कर जनजीवन को सामान्य बनाने में सफलता हासिल की है। राज्य सचिवालय नवान्न में सोमवार को मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं को बताया कि गत बुधवार की रात चक्रवाती तूफान अम्फान की तबाही से कोलकाता, उत्तर व दक्षिण 24 परगना, हावड़ा, हुगली, पूर्व मिदनापुर सहित राज्य के अन्य इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। तूफान के कारण भारी संख्या में बड़े-बड़े पेड़ गिर गए थे। लाखों की संख्या में कच्चे व पुराने मकान ध्वस्त हो गए तथा बिजली के खंभे भी गिर गए। इस कारण राज्य के अधिकांश हिस्सों में बिजली और पानी की घोर समस्या उत्पन्न हुई। भयावह आपदा के बाद पुलिस प्रशासन सहित राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के कर्मियों को राहत व बचाव कार्य में लगाया गया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी संख्या में सड़कों पर गिरे पेड़ों को काटकर हटाने, बिजली और पेयजल सप्लाई सामान्य करने, प्रभावित लोगों में राहत सामग्री बांटने तथा बुनियादी जन सुविधाओं को पुनर्गठन करने का अनवरत प्रयास विभिन्न विभागों के कर्मी करते रहे। मुख्यमंत्री ने इन कर्मियों की निष्ठा को नमन करते हुए कहा कि इनके प्रत्यक्ष सहयोग के बिना प्रभावित इलाके में जनजीवन सामान्य होना आसान नहीं था। किस विभाग के कितने कर्मचारी राहत व बचाव कार्य में लगे रहे इसका विस्तृत विवरण मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं को दिया। उक्त विवरण के अनुसार तूफान प्रभावित इलाकों में 2,35, 200 कर्मचारी राहत व बचाव कार्य में लगे रहे। इनमें एनडीआरएफ की 30 टीमों में 1200 सदस्य रहे। इन्हें छोड़ कर बाकी राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के कर्मचारी जनजीवन को सामान्य बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंचाई विभाग के 50 एग्जीक्यूटिव इंजीनियर, 150 सहायक इंजीनियर और 300 जूनियर इंजीनियर तथा लोक निर्माण विभाग के 25 एग्जीक्यूटिव इंजीनियर, 75 असिस्टेंट इंजीनियर और 150 जूनियर इंजीनियर भी राहत व बचाव कार्य में शामिल थे।
किस दफ्तर से कितने कर्मचारी –

बिजली विभाग-15,000
एनडीआरएफ-1200
एसडीआरएफ-800
दमकल विभाग-700
नागरिक सुरक्षा विभाग-3000
राज्य व कोलकाता पुलिस-1,25,000
सिंचाई विभाग-4000
लोक निर्माण विभाग-1,500
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग-4,000
कृषि विभाग-5,000
जिला प्रशासन-50,000
अन्य विभाग (कोलकाता का हावड़ा नगर निगम)-25,000

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