मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में ३० फीसदी हिन्दीभाषी लोग छठ पूजा मनाते हैं। आस्था के इस पर्व में पूरा राज्य शामिल होता है। इसे देखते हुए राज्य सरकार ने छठ पूजा पर छुट्टी देने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी राज्य सरकार ने छठ पूजा पर छुट्टी की घोषणा की थी पर वह केवल हिन्दीभाषी कर्मचारियों के लिए ही थी। अब सरकार कर्मचारियों के सभी वर्ग को छठ पूजा में शामिल होने का अवसर दे रही है।
विसर्जन मामले में रची गई थी साजिश
मुख्यमंत्री ने दुर्गापूजा और मुहर्रम शांतिपूर्वक सम्पन्न होने पर साधारण जनता का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि विसर्जन को लेकर कई तरह की साजिश रची गई थी। इसे लेकर हाईकोर्ट तक जाना पड़ा। परन्तु राज्यवासियों ने उत्सव को अति आनन्दपूर्वक मनाया। राज्यवासी साजिश का शिकार नहीं हुए।
जनता ने उत्सव की परिभाषा स्पष्ट कर दी। इसके लिए वह राज्यवासी के प्रति कृतज्ञ हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार और उत्तर प्रदेश में विसर्जन को रोका गया था। उनके अनुसार पश्चिम बंगाल में इससे पहले भी दुर्गापूजा और मुहर्रम एक साथ मनाया गया है। इस बार भी मनाया गया। इससे साबित हो गया कि बंगाल जो कर सकता है दूसरे राज्य नहीं कर सकते।
महानगर की स्थिति में सुधार, जिले बदहाल
निम्न दबाव का क्षेत्र कमजोर होकर झारखंड की तरफ बढऩे के कारण महानगर में मंगलवार को बारिश नहीं हुई। हालांकि झारखंड की ओर जाते समय बादल बर्दवान, बांकुड़़ा व अन्य जिलों में भारी बारिश का कारण बने। जिनसे इन इलाकों में जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया।
अलीपुर स्थित मौसम विभाग के अनुसार निम्न दबाव धीरे- धीरे शक्तिहीन होकर बांकुड़ा के रास्ते झारखंड की ओर बढ़ रहा है। जिस वजह से मंगलवार को शहर में बारिश नहीं हुई। वहीं झारखंड की ओर बढ़ते चक्रवाती सिस्टम के कारण आगामी 24 घंटे में बांकुड़ा, पुरुलिया, वीरभूम, पश्चिम मिदनापुर, झाडग़्राम, पूर्व मिदनापुर, दक्षिण व उत्तर 24 परगना में भारी बारिश की संभावना है।