scriptइस्कॉन मंदिर के भक्त सड़कों पर, मांगा न्याय | Devotees of ISKCON temple on the streets, sought justice | Patrika News

इस्कॉन मंदिर के भक्त सड़कों पर, मांगा न्याय

locationकोलकाताPublished: Oct 18, 2021 11:25:53 am

Submitted by:

Rabindra Rai

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हमले को लेकर कोलकाता में रविवार को इस्कॉन मंदिर के भक्तों ने कैंडल जुलूस निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदेश भाजपा ने सोमवार को पूरे राज्य भर में आंदोलन कर विरोध करने की घोषणा की है।

इस्कॉन मंदिर के भक्त सड़कों पर, मांगा न्याय

इस्कॉन मंदिर के भक्त सड़कों पर, मांगा न्याय

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हमले का विरोध
कोलकाता. बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हमले को लेकर कोलकाता में रविवार को इस्कॉन मंदिर के भक्तों ने कैंडल जुलूस निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदेश भाजपा ने सोमवार को पूरे राज्य भर में आंदोलन कर विरोध करने की घोषणा की है। वहीं, तृणमूल कांग्रेस ने इसे बांग्लादेश का अंदरूनी मामला बताया है। भांगड़ से आईएसएफ के विधायक ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को पत्र लिखकर उनसे हिंसा पर रोक लगाने का आग्रह किया है। हमलावरों से सख्ती से निपटने की अपील की है। मुसलमानों के प्रतिनिधि संगठन बंगाल इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहम्मद याहिया ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हमले की निंदा करते हुए सभी से भारत एवं पड़ोसी देश के अल्पसंख्यकों के साथ खड़े रहने का आह्वान किया है।
बांग्लादेश में इस्कॉन मंदिर में हुई हिंसा के विरोध में कोलकाता स्थित इस्कान मंदिर के संतों और भक्तों ने कैंडल जला कर जुलूस निकाला और बांग्लादेश हाई कमीशन के पास विरोध प्रदर्शन किया। इस्कॉन के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने बताया कि वे न्याय चाहते हैं। उनके भक्तों को बेरहमी से मारा-पीटा गया है। उनकी हत्या की गई है। मंदिर को तहस-नहस किया गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन किया और उनको पत्र भी दिया है। वे चाहते हैं कि मोदी इस संबंध में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री से बात करें।

मुख्यालय ने भी जताया विरोध
इस्कॉन मायापुर के मीडिया प्रवक्ता सुब्रत दास ने कहा कि हमारे भक्तों पर हमला मानवता पर हमला है। मायापुर में इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस के मुख्यालय में हजारों भक्तों ने इसका विरोध किया। साथ ही बांग्लादेश सरकार से अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की अपील की।

वहां का अंदरूनी मामला: ब्रात्य
राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने कहा कि इस्कॉन मंदिर पर हमला बांग्लादेश का अंदरूनी मामला है। वे इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। सभी देशों को अपने यहां के अल्पसंख्यकों की रक्षा करना चाहिए। भारत में पीएम मोदी के शासन में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा खतरे में है। लेकिन बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सभी धर्म और जाति के लोगों को साथ लेकर चलती है। इसके बाद भी कोई साम्प्रदायिकता को हवा देने की कोशिश करेगा तो उनसे निपटने के लिए प्रशासन है।

भारत कोई धर्मशाला नहीं -शमिक
प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने कहा कि ब्रात्य बसु प्रतिभाशाली नाटककार हैं। लेकिन उनके पूर्वज ढाका में नाटक नहीं कर पाए। उनके पूर्वज बांग्लादेश से भाग कर यहां क्यों आए। हिंदुओं, बौद्धों और ईसाइयों के हित में सीएए को लागू किया जाना चाहिए। भारत कोई धर्मशाला नहीं है कि बांग्लादेश के घुसपैठियों को यहां आने दिया जाए। भाजपा सोमवार को भी बंगाल भर में इसका विरोध करेगी।
—-
हमले पर लगे रोक: सिद्दिकी
भांगड़ से आईएसएफ के विधायक नौशाद सिद्दिकी ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को पत्र लिखकर उनसे हिंसा पर रोक लगाने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि उत्सव के समय बांग्लादेश में हुई हिंसा ठीक नहीं है। हमलावरों से सख्ती से निपटा जाना चाहिए।

इमाम एसोसिएशन ने की निंदा
मुसलमानों के प्रतिनिधि संगठन बंगाल इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहम्मद याहिया ने बयान जारी कर बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हमले की निंदा की और सभी से भारत एवं पड़ोसी देश के अल्पसंख्यकों के साथ खड़ा रहने का आह्वान किया है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो