Politics: बंगाल में रह कर दिलीप घोष यह करेंगे काम
कोलकाताPublished: May 27, 2022 06:48:43 pm
BJP के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष Dilip Ghosh ने आठ राज्यों की सांगठनिक जिम्मेदारी मिलने के साथ ही खुद को बंगाल से अलग किए जाने की अटकलों को खारिज कर दिया। उन्होंने अपने करीबी लोगों से कहा है कि वे बंगाल में रहकर ही वर्चुअल माध्यम से दूसरे राज्यों में पार्टी संगठन को मजबूत करने का काम करते रहेंगे ।
Politics: बंगाल में रह कर दिलीप घोष यह करेंगे काम
इन राज्यों में पार्टी का कामकाज करेंगे इसे तरीके से
भाजपा में दिलीप दा का सही मूल्यांकन नहीं: तृणमूल
कोलकाता. भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने आठ राज्यों की सांगठनिक जिम्मेदारी मिलने के साथ ही खुद को बंगाल से अलग किए जाने की अटकलों को खारिज कर दिया। उन्होंने अपने करीबी लोगों से कहा है कि वे बंगाल में रहकर ही वर्चुअल माध्यम से दूसरे राज्यों में पार्टी संगठन को मजबूत करने का काम करते रहेंगे । इस बीच सत्तारूढ़ दल तृणमूल ने कहा कि भाजपा में दिलीप घोष का महत्व ही नहीं समझा गया। पार्टी में उनका सही मूल्यांकन नहीं किया गया।
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शुरुआत में दौरे
दिलीप घोष ने कहा कि शुरुआती दिनों में मैं एक या दो बार उन राज्यों का दौरा करूंगा, जिनकी मुझे जिम्मेदारी मिली है। वहां काम शुरू करने के बाद मैं कोलकाता से ही आभाषीय मंच से काम करूंगा। सब कुछ ऑनलाइन होगा।
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सुकांत और शुभेन्दु पर कटाक्ष
जब उनसे पूछा गया कि उन्हें दूसरे राज्यों की जिम्मेदारी मिलने से क्या प्रदेश भाजपा के नेता खुश हैं। जवाब में उन्होंने नाम लिए बगैर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और नेता प्रतिपक्ष शुभेन्दु अधिकारी पर तीखा कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि कुछ नेताओं को मैं खुश नहीं कर पा रहा हूं। इसके लिए मैं उनसे क्षमा चाहता हूं। इधर पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष तथागत रॉय ने ट्वीट कर दिलीप घोष को दूसरे राज्यों की जिम्मेदारी दिए जाने पर खुशी जाहिर करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी है।
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दल बदलुओं के सामने नहीं झुके दिलीप दा: कुणाल
तृणमूल के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि दिलीप दा सोचें कि जिस दल के लिए वे इतना सब कुछ करते हैं वह आपका सम्मान कर रहा है या अपमान। आप बंगाल में ही रहकर राजनीति करें। आप से हमारी राजनीतिक लड़ाई है और रहेगी, लेकिन इस मुद्दे पर मैं आपके साथ हूं। दल बदलू नेता आपको बंगाल से बाहर करना चाहते हैं। आप उनके सामने सिर मत झुकाना। परिवहन मंत्री फिरहाद हकीम कहा कि दिलीप दा से मेरे पुराने संबंध हैं। उनके बारे में जानकर वास्तव में दु:ख होता है। भाजपा में हमेशा से उनकी उपेक्षा होती रही है।