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कोलकाता

Big drama in bengal: क्यों बोले मेयर? बारिश में छतरी निकालने से नहीं चूकेंगे

आखिरकार Trinamool leadership नेVidhan Nagar Municipal Corporation के Mayor and MLA of Rajarhat सव्यसाची दत्त पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। Party chief Mamata Banerjee के अगले आदेश तक Deputy Mayor Tapas Chatterjee को मेयर का दायित्व संभालने को कहा गया है

कोलकाताJul 07, 2019 / 09:56 pm

Rabindra Rai

kolkata

Big drama in bengal: क्यों बोले मेयर? बारिश में छतरी निकालने से नहीं चूकेंगे

कोलकाता.
आखिरकार तृणमूल नेतृत्व ने विधाननगर नगर निगम के मेयर तथा राजारहाट के विधायक सव्यसाची दत्त पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी के अगले आदेश तक उप मेयर तापस चटर्जी को मेयर का दायित्व संभालने को कहा गया है। दूसरी ओर सव्यसाची ने कहा कि पार्टी प्रमुख के दिखाए रास्ते पर रहकर ही वह काम कर रहे हैं। जनता के हितों में मुखर हो रहे हैं। पार्टी पार्षदों की ओर अविश्वास प्रस्ताव लाने के संकेत पर सव्यसाची ने कहा कि वह इसका सामना करने को तैयार हैं। बारिश यदि होती है तो वह छतरी निकालने से नहीं चूकेंगे। पार्षदों की बैठक में उन्हें नहीं बुलाए जाने के बाद सव्यसाची के भाजपा में जाने की संभावनाएं क्रमश: जोरदार होती जा रही है। भाजपा नेता मुकुल राय और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सांसद दिलीप घोष के बयानों से यह और स्पष्ट होता दिख रहा है। हालांकि तृणमूल नेतृत्व ने सव्यसाची के खिलाफ कोई कार्रवाई की घोषणा नहीं की है। पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते तृणमूल नेतृत्व के संदेह के घेरे में आए सव्यसाची के राजनीतिक भविष्य को लेकर शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने बतौर पर्यवेक्षक पार्टी पार्षदों की रविवार को तृणमूल भवन में बैठक की। ३८ पार्षदों वाले विधाननगर निगम के ३६ पार्षद उक्त बैठक में उपस्थित हुए। बैठक के बाद फिरहाद ने संवाददाताओं को बताया कि सव्यसाची के संदर्भ में पार्षदों के विचारों से ममता को अवगत कराया जाएगा। इस बारे में उपयुक्त निर्णय ३०बी, हरिश चटर्जी स्ट्रीट ही लेगा।
लिया सबक
लोकसभा चुनाव के दौरान अर्जुन सिंह के भाजपा में शामिल होने के पश्चात् भाटपाड़ा नगरपालिका में तृणमूल कांग्रेस की ओर से लाए अविश्वास प्रस्ताव और बहुमत साबित करते वक्त हार का सामना करने जैसी घटना को ध्यान में रखते हुए ममता विधाननगर के संदर्भ में किसी ठोस व कारगर निर्णय लेना चाह रहीं हैं। यही वजह है कि सव्यसाची के खिलाफ पार्षदों की नाराजगी के मद्देनजर उप मेयर चटर्जी को सांकेतिक रूप से मेयर का कार्यभार सौंपा गया है। पार्टी नेतृत्व ने इस बारे में स्पष्ट निर्देश दिया है कि अगले आदेश तक मेयर इन काउंसिल की बैठक सव्यसाची नहीं बल्कि उप मेयर चटर्जी ही बुलाएंगे।
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