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‘रोहिंग्या’ के मुद्दे पर राजनाथ ने दिखाई ममता को आंख

locationकोलकाताPublished: Dec 08, 2017 10:10:56 am

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने रोहिंग्या के मुद्दे पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को आंख दिखाया

rajnath singh

कोलकाता. केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने रोहिंग्या के मुद्दे पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को आंख दिखाया। रोहिंग्या के संदर्भ में ममता के अडिय़ल रूख पर सिंह ने उन्हें कड़े शब्दों में सतर्क कर दिया। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि सीमावर्ती इलाकों में अवैध रूप से घुसपैठ बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

इस मुद्दे पर केंद्र सरकार कठोर है। माना जा रहा है कि रोहिंग्या के मुद्दे पर सिंह और ममता के बीच मतांतर सामने आ गया। भारत-बांग्लादेश सीमा सुरक्षा के मुद्दे पर गुरुवार को नवान्न सभागार में पांच राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक के बाद सिंह सौजन्य मुलाकात के लिए सचिवालय नवान्न के १४ वें मंजिल पर स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) में गए।

सूत्रों ने बताया कि ममता ने सिंह के साथ मुलाकात में दार्जिलिंग से केंद्रीय सुरक्षा बल हटाने तथा पुलिस सब इंस्पेक्टर हत्या के आरोपी बिमल गुरुंग के मुद्दे पर केंद्र सरकार के असहयोग की शिकायत की। सचिवालय नवान्न में एक अधिकारी के अनुसार मुख्यमंत्री ने सिंह से स्पष्ट कहा कि गुरुंग नए सिरे से पहाड़ पर अशांति फैलाने का प्रयास कर रहा है। इसके पीछे सिक्किम और चीन सरकार की मदद है। यही नहीं केंद्र की भाजपा सरकार भी मदद कर रही है।

सूत्रों ने बताया कि सिंह के साथ सौजन्य मुलाकात में दार्जिलिंग व गुरुंग के मुद्दे पर बातचीत सद्भावपूर्ण ही रही, पर ममता ने पहले ही रोहिंग्या शरणार्थी के प्रति सहानुभूति जता चुकी हैं। यही नहीं ममता ने सोशल नेटवर्क ट्वीटर पर रोहिंग्या के हित में राष्ट्र संघ की अपील का भी समर्थन किया था।

केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार भारत में करीब ४०,००० रोहिंग्या रह रहे हैं। मंत्रालय ने गत ८ अगस्त को राज्यों के नाम निर्देश जारी कर कहा था कि भारत में शरण लिए रोहिंग्या शरणार्थियों को वापस म्यांमार भेजा जाए। तब ममता ने रोहिंग्या को सहायता करने संबंधी राष्ट्र संघ की अपील का समर्थन किया था।ममता ने कहा था कि उन्हें भरोसा है कि सभी साधारण लोग (रोहिंग्या) आतंकी नहीं हैं। राजनाथ के साथ मुलाकात के दौरान ममता ने इस मुद्दे पर अपने पहले के रूख पर कायम नजर आई। जो केंद्रीय गृह मंत्री को स्वीकार नहीं था।

तस्करी सबसे बड़ी चुनौती-राजनाथ
केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने दोहराया कि सीमा सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। यहां के लोग भी हमारे लिए महत्वपूर्ण होने के अलावा स्थायी सम्पत्ति के समान हैं। इनके साथ हमारे संबंध अच्छे होने चाहिए। उन्होंने सीमा पर तेजी के साथ विकास करने तथा सुरक्षा बनाए रखने पर जोर दिया।

गृह मंत्री ने कहा कि सीमाई इलाके में फर्जी दस्तावेज, नशीले पदार्थों की तस्करी, मानव तस्करी, पशुओं की तस्करी और भारतीय नकली बैंक नोटों की तस्करी हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि रोहिंग्या के मुद्दे पर राज्यों को सतर्क रहने की जरूरत है। उत्तर पूर्व में उग्रवाद पर काबू पाया। कुछ समूह ने बांग्लादेश में पनाह ली है। पड़ोसी देश की मदद से भारत सरकार इनकी गतिविधियों पर पैनी नजर रख रही है।


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