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कोलकाता

Big question: क्या बंगाल में राष्ट्रपति शासन

सियासी आग में सुलग नहीं बल्कि पूरा पश्चिम बंगाल जल रहा है। राज्य में हर तरफ हिंसा की आग जल उठी है। शनिवार को उत्तर २४ परगना जिले के भाटपाड़ा के बाद बांकुड़ा जिले के पात्रशायर इलाके में हिंसा की ज्वाला भड़क उठी।

कोलकाताJun 22, 2019 / 11:24 pm

Rabindra Rai

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Big question: क्या बंगाल में राष्ट्रपति शासन

कोलकाता. सियासी आग में सुलग नहीं बल्कि पूरा पश्चिम बंगाल जल रहा है। राज्य में हर तरफ हिंसा की आग जल उठी है। शनिवार को उत्तर २४ परगना जिले के भाटपाड़ा के बाद बांकुड़ा जिले के पात्रशायर इलाके में हिंसा की ज्वाला भड़क उठी। तृणमूल कांग्रेस और भाजपा समर्थकों के बीच झड़प के दौरान कथित तौर पर पुलिस फायरिंग में आठवीं कक्षा के एक छात्र समेत तीन जने घायल हो गए तो पूर्व बर्दवान जिले के खंडघोष इलाके में शनिवार को भाजपा के एक कार्यकर्ता का शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। मृतक की पहचान गोपाल पाल (५०) के रूप में हुई है। इधर भाटपाड़ा में शनिवार को फिर से हिंसा भड़क उठी। ताजा हिंसा में कई लोग घायल हो गए हैं। अब विपक्षी नेता राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग कर रहे हैं। अब सबसे बड़ा सवाल है कि क्या राज्य राष्ट्रपति शासन की ओर बढ़ रहा है?
पात्रशायर इलाके में गोली चलाने का आरोप पुलिस पर लगा है। पुलिस ने आरोप को झूठा बताया है। घटना को लेकर इलाके तनाव है। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए बड़ी तादाद में पुलिस की तैनाती की गई है।बांकुड़ा जिले में राज्य के परिवहन मंत्री शुभेन्दु अधिकारी के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस की ओर से २१ जुलाई की शहीद सभा को लेकर जनसम्पर्क यात्रा निकाली गई थी। यात्रा समाप्ति के बाद शुभेन्दु का काफिला जब लौट रहा था, कापडड़ांगा मोड़ के नजदीक भाजपा समर्थकों ने ‘जय श्री रामÓ के नारे लगाना शुरू कर दिए। शुभेन्दु अधिकारी के जाने के बाद पुलिस नारेबाजी के आरोप में एक भाजपा नेता को पकड़ पर मारने-पीटने लगी। इसको लेकर भाजपा समर्थक भड़क उठे और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। स्थिति को नियंत्रण करने के लिए पुलिस ने गोलियां चला दी। स्थानीय सूत्रों के अनुसार घायलों की हालत गंभीर है। बांकुड़ा मेडिकल कालेज अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। इनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।
भाजपा सांसद एसएस अहलूवालिया, सत्यपाल सिंह और बीडी राम के हिंसाग्रस्त इलाके का दौरा कर लौटने के कुछ देर बाद ही इलाके में धारा 144 लागू होने के बावजूद दो पक्षों में हिंसक झड़प हुई। फिर भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। पुलिस की लाठी से कई लोग घायल हो गए। दो जन गंभीर रूप से घायल हैं। एक भाजपा समर्थक के सिर में गंभीर चोट आई है। घटना को लकेर इलाके में तनाव का माहौल है। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस, रैफ एवं कमबैट फोर्स के जवानों की तैनाती की गई है। आला पुलिस अधिकारी स्थिति पर नजर रख रहे हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक जैसे ही भाजपा प्रतिनिधिमंडल इलाके से रवाना हुआ, भाजपा और तृणमूल समर्थक भिड़ गए। दोनों तरफ से देसी बम फेंके गए, पथराव किया गया। स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। घटना की खबर पाकर बैरकपुर के पुलिस कमिश्रर मनोज वर्मा बड़ी तादाद में पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे।
खंडघोष इलाके में गोपाल का शव शनिवार को उसकी दुकान से बरामद की गई। जिला भाजपा ईकाई का आरोप है कि पार्टी समर्थक गोपाल की हत्या तृणमूल समर्थित अपराधियों ने की है। मृतक के बेटे संजय पाल ने भी कहा कि उसके पिता भाजपा नेताओं के काफी करीब थे। इसी कारण उनकी हत्या की गई है। तृणमूल कांग्रेस ने आरोप को झूठा बताया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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