जीएसटी का असर पूजा पर पड़ा है। पूजा के जल्दी आने से भी नुकसान हो रहा है। थीम के लिए कमेटियां खर्च पर अंकुश नहीं लगा रही हैं लेकिन प्रायोजक मिलने मुश्किल हो रहे हंै। पार्थ घोष, अध्यक्ष, फोरम फॉर दुर्गोत्सव
जीएसटी के कारण कमेटियों का खर्च बढ़ गया है। प्लाईवुड से लेकर बटन व अन्य चीजों पर टैक्स पहले की तुलना में दोगुना हो गया है। विकास मजूमदार, मुख्य आयोजक, कॉलेज स्ट्रीट
दुर्गाेत्सव प्रायोजक हुए कम
होर्डिंग्स व बैनर लगाने और पूजा को अपना नाम देने के लिए पिछले वर्ष तक राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कम्पनियों में होड़ लगी हुई थी। इस बार जिस भी कम्पनियों के सामने गए, उसने खुद को जीएसटी की तिकड़म में व्यस्त बता दिया। पिछले बार की तुलना में 50 फीसदी स्पांसरशिप कम हो गई है। सुदीप्त कुमार, अध्यक्ष, देशप्रिय पार्क