scriptईडी ने किया ‘कालीघाट के काकू’ को गिरफ्तार | ED arrested 'Kaku of Kalighat' | Patrika News

ईडी ने किया ‘कालीघाट के काकू’ को गिरफ्तार

locationकोलकाताPublished: May 31, 2023 12:06:06 am

Submitted by:

Krishna Das Parth

राज्य में भर्ती भ्रष्टाचार मामले में सुजॉय कृष्ण भद्र उर्फ ‘कालीघाट के काकू’ को गिरफ्तार किया गया है। ईडी ने लंबी पूछताछ के बाद सुजॉय को मंगलवार देर रात को गिरफ्तार किया। सुजॉय मंगलवार सुबह 11 बजे साल्ट लेक स्थित सीजीओ कॉम्प्लेक्स (जहां ईडी कार्यालय स्थित है) में पेश हुए थे। ईडी कार्यालय में प्रवेश करने पर उन्होंने कहा कि उन्हें काफी ‘आत्मविश्वास’ है। 11 घंटे की पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार किया गया।

ईडी ने किया 'कालीघाट के काकू' को गिरफ्तार

ईडी ने किया ‘कालीघाट के काकू’ को गिरफ्तार

11 घंटे पूछताछ के बाद लिए गए हिरासत में
-तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक के ऑफिस में करते थे काम

कोलकाता . राज्य में भर्ती भ्रष्टाचार मामले में सुजॉय कृष्ण भद्र उर्फ ‘कालीघाट के काकू’ को गिरफ्तार किया गया है। ईडी ने लंबी पूछताछ के बाद सुजॉय को मंगलवार देर रात को गिरफ्तार किया। सुजॉय मंगलवार सुबह 11 बजे साल्ट लेक स्थित सीजीओ कॉम्प्लेक्स (जहां ईडी कार्यालय स्थित है) में पेश हुए थे। ईडी कार्यालय में प्रवेश करने पर उन्होंने कहा कि उन्हें काफी ‘आत्मविश्वास’ है। 11 घंटे की पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार किया गया।
सीबीआइ ने राज्य में शिक्षा भर्ती भ्रष्टाचार मामले में निजी शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय संगठन के नेता तापस मंडल को गिरफ्तार किया है। उनके मुंह से ही ‘कालीघाट के काकू’ के प्रथम शब्द सुने गए थे। गोपाल दलपति को भर्ती भ्रष्टाचार से जुड़ी जांच में नामजद किया गया है। उनके मुंह से ‘काकू’ का नाम भी सुनाई देने लगा था। इसके बाद सुजॉय केंद्रीय एजेंसी के निशाने पर आ गए।
सीबीआइ ने सुजॉय को दो बार तलब किया था। वे पहली बार सीबीआइ दफ्तर गए और पेश हुए। लेकिन अगली बार उसने दस्तावेज अपने वकील से भेजे। उस वक्त सुजॉय ने कहा था कि केंद्रीय जांच एजेंसी की तरफ से उनसे कुछ दस्तावेज मांगे गए थे। उन्होंने अपने वकील के माध्यम से उन्हें सीबीआइ कार्यालय भी भेजा है। वहीं, सुजॉय ने दावा किया कि उन्होंने वकील के जरिए अपनी पत्नी और बेटी के बैंक खाते के दस्तावेज भी भिजवाए हैं।
ईडी ने 20 मई को सुजॉय के बेहाला के फकीरपाड़ा रोड स्थित फ्लैट, मकान, ऑफिस समेत कई जगहों पर छापेमारी की थी। उसी दिन, सीबीआइ ने भर्ती भ्रष्टाचार में पकड़े गए कुंतल घोष के पत्र से संबंधित मामले में तृणमूल अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी से पूछताछ की। सुजॉय, अभिषेक के ऑफिस में काम करते थे। ईडी ने ‘काकू’ से जुड़ी 3 कंपनियों की भी तलाशी ली। क्या उस संस्था के जरिए काला धन सफेद किया गया, इसकी भी जांच की जा रही है। उन 3 कंपनियों में से एक कंपनी विशेष रूप से जांचकर्ताओं द्वारा जांच के दायरे में है। जांचकर्ताओं का मानना है कि यह संगठन ‘कालीघाट के काकू’ को नियंत्रित कर रहा था। उन कंपनियों के निदेशकों और लेखाकारों को पहले तलब किया गया था। इसके बाद मंगलवार को सुजॉय को तलब किया गया।
इससे पहले सीबीआइ ने 4 मई को सुजॉय के फ्लैट की तलाशी ली थी। सीबीआइ ने उस तलाशी अभियान के दौरान सुजॉय के घर से कई लाख की नकदी जब्त की थी। हालांकि, उन्होंने दावा किया कि उनकी बहन अस्पताल में भर्ती थीं। उसने मेडिकल बिलों को पूरा करने के लिए पैसे निकाले। एक एडमिट कार्ड भी मिला। सुजॉय ने दावा किया कि यह उनकी भाभी के बेटे का नगरपालिका की नौकरी की परीक्षा देने का प्रवेश पत्र था। सुजॉय का एक फोन भी जब्त किया गया।
भर्ती भ्रष्टाचार में फंसे तापस ने अयोग्य उम्मीदवारों को नौकरी दिलाने का वादा करते हुए सीबीआइ पर दावा किया कि कुंतल ने कहा था, ”कालीघाट के काकू से बात की गई है.” चिंता की कोई बात नहीं है.” ईडी सूत्रों के मुताबिक, गोपाल और तापस से पूछताछ के बाद कुंतल के ‘कालीघाट के काकू’ राज्य के एक प्रभावशाली शीर्ष नेता के संगठन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) हैं। तभी से सुजॉय केंद्रीय जांच एजेंसी की निगरानी में थे। हालांकि, कुंतल ने दावा किया कि वह ‘काकू’ को नहीं जानते। कुंतल ने यह भी दावा किया कि जिस सुजॉय की चर्चा हो रही है, वह ‘कालीघाट का काकू’ नहीं है। सुजॉय ने खुद दावा किया था कि उन्हें यह स्पष्ट नहीं है कि उन्हें ‘कालीघाट का काकू’ क्यों कहा जाता है। सुजॉय ने यह भी दावा किया कि भर्ती भ्रष्टाचार मामले में उनके पास कोई पैसा जमा नहीं किया गया है। उन्होंने कहा, “मेरा कार्यक्षेत्र न्यू अलीपुर है। ‘कालीघाट के काकू’ शब्द कहां से आया, यह कहना मेरे लिए संभव नहीं है। कहने वाले ही समझा सकते हैं।
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