जांच में सामने आया है कि अटैच किए गए सात वन्यजीवों की कुल कीमत 81 लाख रुपये है। प्रत्येक चिंपांज़ी की कीमत 25 लाख रुपये है, वहीं प्रत्येक छोटे आकार वाला दक्षिण अमरीकी बंदर मर्मोेसेट की कीमत लगभग 1.5 लाख रुपये है।
आर्थिक अपराधों की जांच करने वाली एजेंसी इडी ने यह कार्रवाई पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से पशु तस्कर सुप्रदीप गुहा के खिलाफ दर्ज कराए गए मामले के आधार पर की है। जांच में सामने आया है कि गुहा ने फर्जी और जाली दस्तावेजों का उपयोग करते हुए वन्यजीवों को भारतीय मूल का बताया। उसके कस्टम्स और राज्य के वन्य जीव संरक्षण विभाग को दिए गए बयान भी अलग अलग थे। जांच में यह भी सामने आया था कि गुहा संगठित वन्यजीव तस्करी रैकेट संचालित कर रहा था। सातों जानवर अभी अलीपुर प्राणी उद्यान में हैं। जो यहां आने आगंतुकों के लिए आकर्षण का केन्द्र हैं।