कोलकाताPublished: May 07, 2021 07:39:33 pm
Vanita Jharkhandi
चार दिन से बुखार-खांसी से दम्पती परेशान है, आस-पास के लोग कोरोना के डर से मदद के लिए नहीं आगे आए। घरवाले भी भाग गए।
वृद्धा कोरोना से पीड़ित घरवाले भागे, पड़ोसा ने भी नहीं की मदद, ब्लॉक स्वास्थ्य अधिकारी ने चढ़ाया एम्बुलेंस में
मालदह
चार दिन से बुखार-खांसी से दम्पती परेशान है, आस-पास के लोग कोरोना के डर से मदद के लिए नहीं आगे आए। घरवाले भी भाग गए। ऐसे में खबर मिलते ही प्रखंड स्वास्थ्य पदाधिकारी स्वयं सामने आए और एम्बुलेंस में चढ़ाकर अस्पताल पहुंचाया। मालदह के मानिकचक में कमालपुर गांव की घटना है। इलाके में कोरोना को लेकर दहशत का पसरा है। सूत्रों के अनुसार बुजुर्ग दंपति के बेटे सुरेश सहर की सात दिन पहले कोरोना में मौत हो गई थी। पति और पत्नी तब से बुखार और सांस की तकलीफ से पीड़ित थे। परिवार के अन्य सदस्य उन्हें छोड़कर भाग गए। पड़ोस में कोई भी झांकने नहीं आया। यह खबर आशा कर्मियों को लगी। उन्होंने ब्लॉक स्वास्थ्य विभाग तक जानकारी पहुंचाई। दंपती की तुरंत कोरोना के लिए जांच की गई। वृद्ध महिला के लिए रिपोर्ट सकारात्मक आई। इस बीच, कोविड की रिपोर्ट सकारात्मक होने के बाद वृद्ध महिला को अस्पताल ले जाने के लिए एक एम्बुलेंस भेजी गई। लेकिन कोई भी पड़ोसी उन्हें एम्बुलेंस में चढ़ाने आगे नहीं आया। आखिरकार ब्लॉक हेल्थ ऑफिसर हेम नारायण झा खुद आए और उन्हें एंबुलेंस में मालदह मेडिकल कॉलेज ले गए।
वृद्ध महिला का पति घर के बरामदे में वैसी ही हालत में पड़ा हुआ है। उन्हें घर पर रखा गया है क्योंकि उनकी कोरोना परीक्षण रिपोर्ट नहीं मिली थी। अधिकारी ने बताया कि उसकी कोरोना परीक्षण रिपोर्ट पोजीटिव आती है तो उनको भी मालदह मेडिकल कालेज भेजा जाएगा।