तीन अप्रेल से अब तक चुनावी हिंसा में विभिन्न राजनीतिक दलों के 36 लोगों की मौत हुई है और इसमें से 22 अल्पसंख्यक हैं।
सिर्फ 66 प्रतिशत पंचायत सीट पर होगा मतदान कहा, आखिरी दम तक बूथ पर डटे रहें भाजपा कार्यकर्ता कोलकाता
भाजपा नेता मुकुल राय रविवार को पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव कराने में राज्य सरकार व राज्य चुनाव आयोग को विफल होने दावा किया। उन्होंने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से मतदान के अंतिम क्षण तक बूथ पर डटे रहने का आह्वान किया। चुनाव के रक्तरंजित होने की बात कही। राज्य पंचायत चुनाव होने से पूर्व संध्या मुकुल राय ने कहा कि चुनावी हिंसा के कारण रक्तरंजित हुए राज्य में बारूद की गंध मिल रही है। मुख्यमंत्री
ममता बनर्जी खुद के अल्पसंख्यकों का हिमायती होने का दावा करती हैं। लेकिन पंचायत चुनावी हिंसा में सबसे अधिक मुस्लिम लोग ही मारे गए हैं। तीन अप्रेल से अब तक चुनावी हिंसा में विभिन्न राजनीतिक दलों के 36 लोगों की मौत हुई है और इसमें से 22 अल्पसंख्यक हैं। वे कोलकाता स्थित अपने आवास पर संवादाता सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और राज्य चुनाव आयोग, दोनों सम्पूर्ण पंचायत चुनाव कराने में विफल रहे। राज्य पंचायत की 58 हजार 200 सीट में से सिर्फ 66 प्रतिशत सीट पर ही चुनाव होने जा रहे हैं। ऐसा पहली बार हो रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों ने नंदीग्राम में हवाई चप्पल पहनने वाले पुलिस कर्मी देखे थे। इस बार जनता नए पोशाक में पुलिस अधिकारियों को देखेगी। उन्हें पुलिस अधीक्षकों के कार्यालय में रखा गया है। सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया गया कि तृणमूल कांग्रेस के कैडरों को नई पोशाक पहना कर सिविक वॉलेन्टियर बना कर उनसे ही पंचायत चुनाव कराया जाए।
ममता के आरोप की हो जांचमुकुल राय ने कहा कि मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया है कि उनकी हत्या के लिए सुपारी दी गई है। इसकी जांच होनी चाहिए और सच्चाई सबके सामने लाई जानी चाहिए। अगर यह सही है तो ममता बनर्जी की सुरक्षा व्यवस्था बढाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को सीबीआई या दूसरी केन्द्रीय जांच एजेंसियों पर भरोसा नहीं है। इस लिए ममता बनर्जी निर्णय करें कि वे किस राज्य की जांच एजेंसी से इसकी जांच कराएंगी। अगर उनका आरोप सच निकला तो उनकी सुरक्षा व्यवस्था बढाई जानी चाहिए।