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ठगी का अड्डा बने फर्जी कॉल सेंटर

locationकोलकाताPublished: Jan 16, 2021 11:21:47 pm

Submitted by:

Rabindra Rai

देशभर में फर्जी कॉल सेंटर का जाल फैलता जा रहा है। हर साल बड़ी तादाद में लोग इनके झांसे में आकर ठगी का शिकार हो रहे हैं। इतना ही नहीं देश के अलग अलग कोने में चल रहे फर्जी कॉल सेंटर विदेशों में भी लोगों को ठगने से बाज नहीं आ रहे हैं।

ठगी का अड्डा बने फर्जी कॉल सेंटर

ठगी का अड्डा बने फर्जी कॉल सेंटर

बंगाल सहित कई राज्यों में हो रहे संचालित
झांसे में आ जाते हैं लोग
विदेशों में रहने वालों को फंसा रहे जाल में

कोलकाता.
देशभर में फर्जी कॉल सेंटर का जाल फैलता जा रहा है। हर साल बड़ी तादाद में लोग इनके झांसे में आकर ठगी का शिकार हो रहे हैं। इतना ही नहीं देश के अलग अलग कोने में चल रहे फर्जी कॉल सेंटर विदेशों में भी लोगों को ठगने से बाज नहीं आ रहे हैं। हालांकि इन पर साइबर क्राइम सेल की ओर से कार्रवाई भी की जाती है, लेकिन फिर भी इस पर लगाम कसने में कामयाबी नहीं मिल पा रही है। ऐसे में फर्जी कॉल सेंटर्स का धंधा चरम पर है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के अनुसार हर साल साइबर अपराध के मामलों में इजाफा दर्ज किया जा रहा है। जहां वर्ष 2017 में 21796 और 2018 में 27248 मामले दर्ज किए गए वहीं 2019 में 44546 मामले सामने आए। जानकारी के अनुसार दिल्ली में 2020 में 20 फर्जी कॉल सेंटर्स का भंडाफोड़ किया गया जबकि पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, बिहार, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश में यह चरम पर काम कर रहा है। फर्जी कॉल सेंटर्स का धंधा करोड़ों रुपए की ठगी तक पहुंच गया है। इतना ही नहीं विदेशी नागरिकों से बिटकॉइन और गिफ्ट कार्ड के जरिए पैसे खाते में ट्रांसफर कर लेते हैं।

बताते हैं खुद को नामचीन कंपनी के इंजीनियर
फर्जी कॉल सेंटर्स कई बड़ी कंपनियों के नाम पर चल रहे हैं। फर्जी कॉल सेंटर्स अधिकतर कंम्प्यूटर, लैपटॉप उपयोकर्ताओं को फंसाने की कोशिश करते हैं। इनमें काम करने वाले लोग खुद को नामचीन कंपनी के सॉफ्टवेयर इंजीनियर बताते हैं। ग्राहक नामचीन कंपनी समझकर आसानी उनके झांसे में आ जाते हैं।

मौके से सबकी गिरफ्तारी
हालांकि पहले यह माना जाता था कि फर्जी कॉल सेंटर्स में काम करने वालों को इसका अंदाजा नहीं होता है लेकिन अब उनको इस गोरखधंधे का पूरा पता होता है और इसी उद्देश्य के साथ ग्राहक को अपना शिकार बनाते हैं। लिहाजा साइबर क्राइम सेल कार्रवाई के दौरान इनमें काम करने वालों को भी गिरफ्तार करती है।
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