संयुक्त पुलिस आयुक्त (क्राइम) प्रवीण त्रिपाठी ने बताया कि जोड़ासांको थाने के 124/बी रवीन्द्र सरणी में नकली घी बनाने की सूचना पुलिस को मिली थी। गुरुवार को ईबी की टीम ने कारखाने में छापामारी कर दो लोगों को गिरफ्तार किया। छापे के दौरान कारखाने से नकली घी को जब्त किया गया। कारखाने से घी को पैक करने के उपकरण व नामी कंपनी के रैपर बरामद हुए हैं। गिरफ्तार किए गये आरोपियों के नाम राजेन्द्र जयसवाल (56) व संजय यादव (27) है। ये लंबे समय से ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर नकली घी बना कर उसकी सप्लाई करते थे। त्रिपाठी के हवाले से बताया गया कि अनिक, अमूल, सफोला, पतांजली, गजानंद जैसी नामी कंपनियों के नाम से नकली घी बानकर ये लोग कोलकाता व आसपास के जिलों में सप्लाई करते थे और मोटी कमाई करते थे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जब्त किए गये नकली घी को डालडा, केमिकल व रंग मिलाकर तैयार किया जाता था। देखने में यह असली घी की तरह ही दिखता है। यह शरीर के लिए काफी हानिकारक है। घी के पैकेट को सील कर जांच के लिए भेज दिया गया है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि यह घी केवल पूजा और अंतिम संस्कार मेें काम आता है। नकली घी को असली घी के बजार भाव से 50-100 रुपए कम में बेचा जाता था। ईडी सूत्रों के अनुसार जांच में पता चला है कि लम्बे समय से ये यह गोरखधंधा कर रहे थे। पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि ये कहां-कहां नकली घी सप्लाई करते थे।