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किसानों की मौत पुरानी समस्या, उठाए हैं किसान हितैषी कदम-प्रभु

locationकोलकाताPublished: Jul 08, 2018 11:05:55 pm

Submitted by:

MANOJ KUMAR SINGH

कहा, मोदी की लोकप्रियता को चुनौती देने वाला कोई नहीं

Kolkata West Bengal

किसानों की मौत पुरानी समस्या, उठाए हैं किसान हितैषी कदम-प्रभु

लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए विश्व के लोकप्रिय नेताओं में नरेन्द्र मोदी शुमार हैं। देश के 69 प्रतिशत लोग प्रधानमंत्री से खुश हैं। मोदी के शासन के पांचवे साल में उनके जितना लोकप्रिय दूसरा कोई नेता नहीं है। देश में उनकी लोकप्रियता को चुनौती देने वाला कोई भी नहीं है।
कोलकाता
केन्द्रीय वाणिज्य और नागरिक विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने रविवार को किसानों की मौत को पुरानी समस्या करार दिया और केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार की ओर से किसान हितैषी कदम उठाए जाने का दावा किया। पीएम मोदी की लोकप्रियता को चुनौती देने वाले किसी नेता के नहीं होने होने का भी दावा किया। सुरेश प्रभु ने कहा कि आर्थिक तंगी के कारण किसानों की मौत होने की बात सही है। लेकिन सबको यह समझ लेना चाहिए कि यह पुरानी समस्या हो गई है। अपने शासन के चार सालों में मोदी सरकार ने किसानों के लिए बहुत से बहुत काम किया है। न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने, फसल की बीमा योजना और कर्ज से राहत देने जैसे अन्य किसान हितैषी कदम उठाए गए हैं। मोदी सरकार ने किसानों के लिए जो काम पिछले चार साल में किया है वो पिछले 70 सालों में नहीं हुआ है। वे इस दिन यहां प्रदेश भाजपा मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे। सुरेश प्रभु ने कहा कि सूखा और बाढ़ आने के कारण किसानों की फसल नष्ट हो जाती है और इस कारण देश के कुछ हिस्सों में किसान आत्महत्या करते हैं। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए विश्व के लोकप्रिय नेताओं में नरेन्द्र मोदी शुमार हैं। देश के 69 प्रतिशत लोग प्रधानमंत्री से खुश हैं। मोदी के शासन के पांचवे साल में उनके जितना लोकप्रिय दूसरा कोई नेता नहीं है। देश में उनकी लोकप्रियता को चुनौती देने वाला कोई भी नहीं है।
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जादवपुर विवि की समस्या पर बातचीत करे सरकार- भाजपा
कोलकाता
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने रविवार को जादवपुुर विश्व विद्यालय की समस्या के लिए राज्य की ममता बनर्जी की सरकार को ही जिम्मेदार ठहराया और सरकार से उक्त विश्व विद्यालय के अध्यापकों, शिक्षा विदो के साथ मिल बैठक कर समस्या का हल करने का अग्रह किया। उन्होंने बैठक में छात्र संगठनों को भी बैठक में शामिल करने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि जादवपुर विश्व विद्यालय मामले को ले कर खुद राज्य के शिक्षा मंत्री ही भ्रमित हैं। वे सुबह में कुछ बोलते हैं और शाम को कुछ और बोलते हैं। ऐसे में समस्या का समाधान कैसे होगा। असल में वे ही समस्या पैदा कर रहे हैं। वे इस दिन प्रदेश भाजपा मुख्यालय में संवाददाओं के सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि बैठक में छात्र संगठनों को भी शामिल किया जाना चाहिए। उनसे पूछा जाना चाहिए कि वे क्या चाहते हैं। लेकिन सिर्फ पैसे कमाने के लिए अपनी पार्टी समर्थित छात्र संगठन के लोगों के लिए पैसे कमाने का व्यवस्था करने से समस्या का समाधान नहीं होगा।

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