यहां महिला मतदाताओं की संख्या काफी कम थी। इसे देखते हुए प्रशासनिक स्तर पर पहल करते हुए स्थानीय बाजारों से खरीदे जाने वाले किसी भी परिधान पर अतिरिक्त 10 फीसदी की छूट की पेशकश की गई थी। यह छूट उन्हीं के लिए थी जिनके नाम मतदाता सूची में नहीं थे तथा सूचीबद्ध थे। इसका परिणाम यह हुआ कि हाल ही में प्रकाशित 2018 की अंतिम मतदाता सूची में पुरुष मतदाताओं के मुकाबले महिला मतदाताओं की संख्या में जबरदस्त वृद्धि देखी गई। आरामबाग के सब डिवीजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) प्रशांत माइती ने बताया कि हमने स्थानीय बाजारों से खरीदे गए किसी भी परिधान पर अतिरिक्त 10 फीसद छूट देने की पेशकश की। यह छूट मतदाता सूची में शामिल महिलाओं के लिए दी गई थी। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से उक्त सबडिवीजन के बाजारों में कई दुकानों को चुना गया था। दुकानदारों से बात कर उन्हें तैयार किया गया था कि इस वर्ष के नए वोटर आईडी दिखाने वाली महिलाओं को छूट दी जाए। फलस्वरूप यह देखा गया कि आरामबाग महकमा के खानाकुल, आरामबाग और पुरसुरा प्रखण्डमें महिला मतदाताओं की संख्या में काफी वृद्धि हुई।
कहां कितनी बढ़ी राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) आरिज अफताब के अनुसार आरामबाग महकमा में प्रति 1000 पुरुष मतदाताओं पर महिला मतदाताओं की संख्या 930 थी। वह इस साल बढ़कर 936 हो गई। इसी तरह अन्य प्रखण्डों पुरसुरा में 927 से बढ़ कर 935, गोघाट में 939 से बढ़कर 954 और खानाकुल में 906 से बढ़कर 913 हो गई। चुनाव आयोग की नवीनतम सूची के अनुसार आरामबाग महकमा में कुल 10, 42, 525 मतदाता हैं, जिनमें से 5,68,024 पुरुष और 4,74,501 महिलाएं हैं।