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निगम के बाजारों में चुस्त होगी अग्निशमन व्यवस्था

locationकोलकाताPublished: Sep 18, 2018 10:24:27 pm

Submitted by:

Rabindra Rai

बाजारों में बनाए जाएंगे बिग-डाया ट्यूब वेल

kolkata west bengal

निगम के बाजारों में चुस्त होगी अग्निशमन व्यवस्था

कोलकाता

कोलकाता नगर निगम के बाजारों में अग्निशमन व्यवस्था ऊंट के मुंह में जीरा के समान है। निगम के कुल ४७ बाजार हैं। जिनमें से पीपीपी मॉडल के तहत बने २-३ बाजारों को छोड़कर बाकी सभी बाजारों में अग्निशन व्यवस्था नाम मात्र की है। बाकी के बाजार गिने-चुने अग्निशमन यंत्रों के भरोसे चल रहे हैं। जिन्हें संचालित करना केवल सुरक्षाकर्मियों को ही आता है। बाजारों में पानी का रिजर्वर नहीं है। मियाद पार कर चुके यंत्र २५ सितम्बर के भीतर बदल दिए जाएंगे।
विभागीय मेयर परिषद सदस्य अमीरुद्दीन बॉबी ने बताया कि सभी बाजारों में पर्याप्त अग्निशमन यंत्र हैं। बाजार कमेटियों के सदस्यों को उनके संचालन का प्रशिक्षण दिया गया है।
मेयर शोभन चटर्जी ने मंगलवार को बताया कि निगम के बाजारों में पानी की व्यवस्था के लिए बड़े ट्यूब वेल लगाए जाएंगे। रिजर्वर तैयार किए जाएंगे

पश्चिम बंगाल सरकार शहर में वाणिज्यिक इमारतों के लिए नई अग्नि सुरक्षा नीति बनाने पर विचार कर रही है। कोलकाता के बागड़ी बाजार में भीषण आग लगने के मद्देनजर यह कदम उठाया जा रहा है। एक वरिष्ठ मंत्री ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि वाणिज्यिक इमारत अगर अग्नि सुरक्षा नियमों का पालन नहीं करती हैं तो उन्हें व्यापार लाइसेंस नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम शीघ्र एक नीति लाने की योजना बना रहे हैं। हम इसे तैयार कर रहे हैं और अंतिम फैसला मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के विदेश दौरे से लौटने के बाद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शहर में कई वाणिज्यिक इमारतें हैं और उनके लिए अवश्य ही बेहतर अग्नि सुरक्षा उपाय होने चाहिए। मंत्री ने कहा कि अगर ऐसी इमारतें सरकार द्वारा निर्धारित अग्नि सुरक्षा मानदंडों का पालन करने में विफल रहती हैं तो उन्हें व्यापार लाइसेंस नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कई वाणिज्यिक इमारतें काफी पुरानी हैं और वहां उचित अग्नि सुरक्षा उपाय नहीं हैं। वे अग्निशमन विभाग और नगर निगम की सलाह पर ध्यान दिए बिना इतने वर्षों से उसी आधारभूत संरचना से काम चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित नीति के अनुसार सभी वाणिज्यिक इमारतों में आपात उद्देश्यों के लिये अलग जलाशय होने चाहिए। बागड़ी बाजार में लगी आग से भारी नुकसान हुआ है।


बागड़ी मार्केट में मुख्य रूप से दवा, प्लास्टिक के सामान, कास्टमेटिक आइटम, परफ्यूम समेत कई अन्य सामान का थोक कारोबार होता था। बड़े पैमाने पर ज्वलनशील पर्दाथ भरे होने के कारण आग जल्द ही फैल गई और पूरी इमारत को अपनी चपेट में ले लिया। ज्वलनशील पदार्थों के कारण ही आग बुझाने में ज्यादा देर लगी। दमदकल विभाग के अधिकारियों के अनुसार आग से बागड़ी मार्केट की इमारत बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है।

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