भाजपा नेता सुंकात ने लिया जायजाकोलकाता. मूसलाधार बारिश के कारण दक्षिण दिनाजपुर जिले में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने मंगलवार को कुछ इलाकों का जायजा लिया। लोगों से बातचीत की। पीडि़तों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। जबकि उत्तरी दिनाजपुर जिला प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हम प्रभावित लोगों को पका हुआ और सूखा भोजन उपलब्ध करा रहे हैं। अस्पताल अलर्ट पर हैं और सिंचाई विभाग को मरम्मत करने का निर्देश दिया गया है।--लगातार बारिश से तीन प्रमुख नदियां उफान परपिछले तीन दिनों में लगातार बारिश के कारण जिले की कम से कम तीन प्रमुख नदियां, अत्रेयी, पुनर्भाबा और तांगन, उफान पर हैं। आसपास के कई इलाकों में बाढ़ आ गई है। कम से कम 5,000 लोगों ने अपना घर छोड़ दिया है और बाढ़ आश्रय स्थलों में रह रहे हैं। जिला मुख्यालय बालूरघाट में अत्रेयी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। कई घरों में पानी भर गया है और लगभग 20 परिवार ऊंचे इलाकों में चले गए हैं। --तटबंध को भी क्षतिग्रस्त कियाउफनती अत्रेयी ने तटबंध को भी क्षतिग्रस्त कर दिया है, जो कम से कम आठ स्थानों पर बालूरघाट और इसके आसपास के इलाकों को नदी से बचाता है। बालूरघाट नगर पालिका के अध्यक्ष अशोक कुमार मित्रा ने राज्य सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ कुछ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने कहा कि हम नदी द्वारा तटबंध को और अधिक नुकसान पहुंचाने या उसे तोडऩे से रोकने के लिए आपातकालीन आधार पर कदम उठा रहे हैं। हम कुछ स्थानों पर मरम्मत करेंगे जबकि सिंचाई विभाग बाकी की देखभाल करेगा।--पर्याप्त भोजन और राहत सामग्री नहीं मिलने का आरोपब्लॉक प्रशासन और पुलिस की एक टीम ने मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया। कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि प्रशासन उन्हें पर्याप्त भोजन और राहत सामग्री नहीं दे रहा है। दूसरी ओर प्रशासन ने कहा कि पीडि़त लोगों को भोजन और अन्य राहत प्रदान करने के लिए आपातकालीन आधार पर व्यवस्था की जा रही है। हरिरामपुर प्रखंड में भारी बारिश से प्रखंड ग्रामीण अस्पताल समेत कई इलाकों में पानी भर गया। गंभीर रोगियों को गंगारामपुर के सुपर-स्पेशियलिटी अस्पताल में और अन्य रोगियों को एक स्थानीय स्कूल में लाया गया।
भाजपा नेता सुंकात ने लिया जायजाकोलकाता. मूसलाधार बारिश के कारण दक्षिण दिनाजपुर जिले में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने मंगलवार को कुछ इलाकों का जायजा लिया। लोगों से बातचीत की। पीडि़तों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। जबकि उत्तरी दिनाजपुर जिला प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हम प्रभावित लोगों को पका हुआ और सूखा भोजन उपलब्ध करा रहे हैं। अस्पताल अलर्ट पर हैं और सिंचाई विभाग को मरम्मत करने का निर्देश दिया गया है।--लगातार बारिश से तीन प्रमुख नदियां उफान परपिछले तीन दिनों में लगातार बारिश के कारण जिले की कम से कम तीन प्रमुख नदियां, अत्रेयी, पुनर्भाबा और तांगन, उफान पर हैं। आसपास के कई इलाकों में बाढ़ आ गई है। कम से कम 5,000 लोगों ने अपना घर छोड़ दिया है और बाढ़ आश्रय स्थलों में रह रहे हैं। जिला मुख्यालय बालूरघाट में अत्रेयी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। कई घरों में पानी भर गया है और लगभग 20 परिवार ऊंचे इलाकों में चले गए हैं। --तटबंध को भी क्षतिग्रस्त कियाउफनती अत्रेयी ने तटबंध को भी क्षतिग्रस्त कर दिया है, जो कम से कम आठ स्थानों पर बालूरघाट और इसके आसपास के इलाकों को नदी से बचाता है। बालूरघाट नगर पालिका के अध्यक्ष अशोक कुमार मित्रा ने राज्य सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ कुछ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने कहा कि हम नदी द्वारा तटबंध को और अधिक नुकसान पहुंचाने या उसे तोडऩे से रोकने के लिए आपातकालीन आधार पर कदम उठा रहे हैं। हम कुछ स्थानों पर मरम्मत करेंगे जबकि सिंचाई विभाग बाकी की देखभाल करेगा।--पर्याप्त भोजन और राहत सामग्री नहीं मिलने का आरोपब्लॉक प्रशासन और पुलिस की एक टीम ने मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया। कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि प्रशासन उन्हें पर्याप्त भोजन और राहत सामग्री नहीं दे रहा है। दूसरी ओर प्रशासन ने कहा कि पीडि़त लोगों को भोजन और अन्य राहत प्रदान करने के लिए आपातकालीन आधार पर व्यवस्था की जा रही है। हरिरामपुर प्रखंड में भारी बारिश से प्रखंड ग्रामीण अस्पताल समेत कई इलाकों में पानी भर गया। गंभीर रोगियों को गंगारामपुर के सुपर-स्पेशियलिटी अस्पताल में और अन्य रोगियों को एक स्थानीय स्कूल में लाया गया।