मां की वंदना, गौरी और 108 कुंवारी कन्याओं का पूजन गवरजा माता हावड़ा अंचल समिति ने मनाया उत्सवहावड़ा. राजस्थान के लोक पर्व गणगौर को लेकर हावड़ा, हुगली, खडग़पुर में भी उत्सव का माहौल रहा। श्रीश्री गवरजा माता हावड़ा अंचल समिति ने गणगौर उत्सव मनाया। राम वाटिका के सभागार में मां की वंदना हुई। गौरी पूजन के बाद मां सोलह श्रृंगार से सज धज कर फूड बाजार होते हुए अपने ननिहाल लक्ष्मी एक्वा स्केप (फोरशोर रोड) में पधारी। भक्तों ने मां के स्वागत में पुष्पों की बारिश की। 108 कुंवारी कन्याओं का पूजन किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में गीत एवं नृत्य की भावपूर्ण प्रस्तुतियां की गई। महा बनौला में गवरजा माता का मिलन था लगभग 300 से भी ज्यादा गवरजा माताओं की खोल भराई गई। जोधपुर से पधारे कलाकार भाई कुलदीप ओझा एवं स्थानीय गायिका बहन लता सिंह ने समां बांधा। रात 10 बजे महाआरती के बाद समापन हुआ।--खडग़पुर में भी प्रवासियों में उत्साहखडग़पुर. खडग़पुर में गणगौर पर शोभायात्रा निकाली गई। शहर में रहने वाले मारवाड़ी समुदाय के लोगों में काफी उत्साह देखा गया। समुदाय के लोगों ने शोभायात्रा निकाली। शोभायात्रा प्रेमहरि भवन से शुरूहोकर मंदिर तालाब जाकर समाप्त हुइ। समुदाय के लोगों का कहना है कि वे राजस्थान से सैकड़ों मीलों दूर खडग़पुर स्थित प्रेम हरि भवन में चोखी ढाणी के माध्यम से राजस्थानी संस्कृति को जीवित करने का प्रयास किया है। खडग़पुर मारवाड़ी महिला समिति की अध्यक्ष मंजू अग्रवाल ने कहा कि अपनी संस्कृति को पुनर्जीवित करने के लिए चोखी ढाणी का आयोजन किया गया। नीलम झंवर ने बताया कि इस वर्ष रजत जयंती वर्ष होने के काऱण बड़े स्तर पर आयोजन किया गया। नाड़ू गोपाल के परिधान भी आकर्षण का केंद्र रहा। चाक पर कुम्हार पारंपरिक मिट्टी के बर्तन बनाते दिखे। मुख्य अतिथि —अंचल प्रमुख श्वेता टिबरेवाल, प्रांतीय सचिव पिंकी धानुका तथा सज्जन पटवारी ने प्रोग्राम की सराहना की। शाखा सचिव मंजू खंडेलवाल, कोषाध्यक्ष मंजू केडिया, स्नेहा अग्रवाल, गोरी अग्रवाल, मंजू अग्रवाल आशा सिंगल मधु अग्रवाल संगीता अग्रवाल विनीता, व गीता सहित अन्य सक्रिय रहे।
मां की वंदना, गौरी और 108 कुंवारी कन्याओं का पूजन गवरजा माता हावड़ा अंचल समिति ने मनाया उत्सवहावड़ा. राजस्थान के लोक पर्व गणगौर को लेकर हावड़ा, हुगली, खडग़पुर में भी उत्सव का माहौल रहा। श्रीश्री गवरजा माता हावड़ा अंचल समिति ने गणगौर उत्सव मनाया। राम वाटिका के सभागार में मां की वंदना हुई। गौरी पूजन के बाद मां सोलह श्रृंगार से सज धज कर फूड बाजार होते हुए अपने ननिहाल लक्ष्मी एक्वा स्केप (फोरशोर रोड) में पधारी। भक्तों ने मां के स्वागत में पुष्पों की बारिश की। 108 कुंवारी कन्याओं का पूजन किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में गीत एवं नृत्य की भावपूर्ण प्रस्तुतियां की गई। महा बनौला में गवरजा माता का मिलन था लगभग 300 से भी ज्यादा गवरजा माताओं की खोल भराई गई। जोधपुर से पधारे कलाकार भाई कुलदीप ओझा एवं स्थानीय गायिका बहन लता सिंह ने समां बांधा। रात 10 बजे महाआरती के बाद समापन हुआ।--खडग़पुर में भी प्रवासियों में उत्साहखडग़पुर. खडग़पुर में गणगौर पर शोभायात्रा निकाली गई। शहर में रहने वाले मारवाड़ी समुदाय के लोगों में काफी उत्साह देखा गया। समुदाय के लोगों ने शोभायात्रा निकाली। शोभायात्रा प्रेमहरि भवन से शुरूहोकर मंदिर तालाब जाकर समाप्त हुइ। समुदाय के लोगों का कहना है कि वे राजस्थान से सैकड़ों मीलों दूर खडग़पुर स्थित प्रेम हरि भवन में चोखी ढाणी के माध्यम से राजस्थानी संस्कृति को जीवित करने का प्रयास किया है। खडग़पुर मारवाड़ी महिला समिति की अध्यक्ष मंजू अग्रवाल ने कहा कि अपनी संस्कृति को पुनर्जीवित करने के लिए चोखी ढाणी का आयोजन किया गया। नीलम झंवर ने बताया कि इस वर्ष रजत जयंती वर्ष होने के काऱण बड़े स्तर पर आयोजन किया गया। नाड़ू गोपाल के परिधान भी आकर्षण का केंद्र रहा। चाक पर कुम्हार पारंपरिक मिट्टी के बर्तन बनाते दिखे। मुख्य अतिथि —अंचल प्रमुख श्वेता टिबरेवाल, प्रांतीय सचिव पिंकी धानुका तथा सज्जन पटवारी ने प्रोग्राम की सराहना की। शाखा सचिव मंजू खंडेलवाल, कोषाध्यक्ष मंजू केडिया, स्नेहा अग्रवाल, गोरी अग्रवाल, मंजू अग्रवाल आशा सिंगल मधु अग्रवाल संगीता अग्रवाल विनीता, व गीता सहित अन्य सक्रिय रहे।