बंगाल मूल के न्यायाधीश घोष बने देश का पहला लोकपाल
कोलकाताPublished: Mar 18, 2019 05:12:18 pm
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश पिनाकी चंद्र घोष देश के पहले लोकपाल नियुक्त होने जा रहे हैं। लोकपाल चयन समिति ने उनके नाम के प्रस्ताव पर मुहर लगा दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन और कानून के जानकार मुकुल रोहतगी की चयन समिति ने पूर्व न्यायाधीश घोष के नाम की सिफारिश की।
बंगाल मूल के न्यायाधीश घोष बने देश का पहला लोकपाल
– देश के प्रथम लोकपाल होंगे न्यायाधीश पीसी घोष
– लोकपाल चयन समिति ने लिया निर्णय
नई दिल्ली.
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश पिनाकी चंद्र घोष देश के पहले लोकपाल नियुक्त होने जा रहे हैं। लोकपाल चयन समिति ने उनके नाम के प्रस्ताव पर मुहर लगा दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन और कानून के जानकार मुकुल रोहतगी की चयन समिति ने पूर्व न्यायाधीश घोष के नाम की सिफारिश की। उल्लेखनीय है कि लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सदस्य मलिकार्जुन खडग़े उक्त बैठक का बहिष्कार किया था। सूत्रों ने बताया कि पूर्व न्यायाधीश घोष 2017 से राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्य हैं। वह सुप्रीम कोर्ट से 27 मई 2017 को रिटायर हुए थे। 8 मार्च 2013 को उन्होंने उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीश का पदभार ग्रहण किया था।लोकपाल सर्च कमेटी नेे घोष सहित कुल १० लोगों के नामों की सूची बनाई थी।जयललिता को नोटिस जारी करने पर सुर्खियों में रहे घोष- सुप्रीम कोर्ट में तत्कालीन न्यायाधीश घोष की पीठ ने जुलाई 2015 में तमिलनाडु की तत्कालीन मुख्यमंत्री जे.जयललिता को नोटिस जारी किया था। कर्नाटक सरकार की ओर से जयललिता और तीन अन्य को आय से अधिक संपत्ति के मामले में रिहा करने को चुनौती देने वाली एक याचिका पर न्यायाधीश घोष ने उन्हें नोटिस जारी किया था। इसे लेकर वह सुर्खियों में रहे। इससे पहले न्यायाधीश घोष कलकत्ता हाईकोर्ट में न्यायाधीश और आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रहे हैं।