महानगर के अलग-अलग इलाकों में केवाईसी के नाम पर धोखाधड़ी के तीन मामले सामने आए हैं। किसी के खाते से 1 लाख रुपए तो किसी के खाते से 75 हजार रुपए की धोखाधड़ी की गई है। इस संबंध में कोलकाता पुलिस में मामले दर्ज कराए गए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है। समाचार लिखे जाने तक मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई थी। प्राथमिक जांच के आधार पर पुलिस को इस वारदात के पीछे जामताड़ा के गिरोह का हाथ होने का संदेह है। इस संबंध में विस्तृत जांच जारी है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार कुछ दिन पहले मध्य कोलकाता के गिरीश पार्क इलाके की रहने वाली सोनाली विश्वास नामक एक महिला के मोबाइल फोन पर पेटीएम का केवाईसी अपडेट कराने का मैसेज किया गया था। मैसेज में लिखा हुआ था कि अपने पेटीएम अकाउंट का केवाईसी यथाशीघ्र अपडेट करा लें अन्यथा अकाउंट बंद कर दिया जाएगा। अकाउंट बंद होने के भय से सोनाली ने मैसेज भरकर एप के लिंक पर क्लिक कर दिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार कुछ दिन पहले मध्य कोलकाता के गिरीश पार्क इलाके की रहने वाली सोनाली विश्वास नामक एक महिला के मोबाइल फोन पर पेटीएम का केवाईसी अपडेट कराने का मैसेज किया गया था। मैसेज में लिखा हुआ था कि अपने पेटीएम अकाउंट का केवाईसी यथाशीघ्र अपडेट करा लें अन्यथा अकाउंट बंद कर दिया जाएगा। अकाउंट बंद होने के भय से सोनाली ने मैसेज भरकर एप के लिंक पर क्लिक कर दिया।
उसे बातों में उलझा कर जालसाज ने उसके मोबाइल पर आए ओटीपी मांग ली और इस तरह से 5 बार में उसके खाते से 90 हजार 2 सौ 93 रुपए निकाल लिए। इसी तरह की एक घटना दक्षिण कोलकाता के नेताजी नगर में घटी है। अमियो बसु नामक व्यक्ति के एटीएम का बैंक अकाउंट का केवाईसी अपडेट का झांसा देकर जलसाजों ने उसके खाते से 73 हजार 3 सौ 47 रुपए उड़ा लिए। उधर पाटुली के नरेंद्र कुमार दास नामक एक व्यक्ति को पेटीएम अकाउंट के केवाईसी का झांसा देकर उसे भी चुना लगाया गया है। उसके खाते से 65 हजार 4 सौ 61 रुपए उड़ाए गए हैं। कोलकाता पुलिस का साइबर सेल तीनों ही मामलों की जांच कर रहा है। उल्लेखनीय है की पिछले कुछ सालों से इस तरह की ठगी की घटनाएं काफी बढ़ गई हैं। कुछ दिन पहले कोलकाता पुलिस ने जामताड़ा गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए उसके कुछ सदस्यों को गिरफ्तार किया था। कोलकाता पुलिस के आला अधिकारियों का कहना है की अभी भी जामताड़ा के कुछ गिरोह ठगी के इस धंधे में सक्रिय हैं। उन पर नजर रखी जा रही है। ठगी करने वालों को बख्शा नही जाएगा।