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तैयारियों का जायजा लेने आयोग की फुल बेंच बंगाल में

locationकोलकाताPublished: Jan 20, 2021 11:25:41 pm

Submitted by:

Rabindra Rai

पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले कानून व्यवस्था समेत अन्य तैयारियों का पुख्ता जायजा लेने के लिए केंद्रीय चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा के नेतृत्व में आयोग की फुल बेंच बुधवार शाम कोलकाता पहुंच गई। माना जा रहा है कि राज्य के चुनाव में बिहार मॉडल का इस्तेमाल हो सकता है।

तैयारियों का जायजा लेने आयोग की फुल बेंच बंगाल में

तैयारियों का जायजा लेने आयोग की फुल बेंच बंगाल में

विधानसभा चुनाव: बंगाल के अधिकारियों संग की बैठक
चुनाव में हो सकता है बिहार मॉडल का इस्तेमाल
कोलकाता. पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले कानून व्यवस्था समेत अन्य तैयारियों का पुख्ता जायजा लेने के लिए केंद्रीय चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा के नेतृत्व में आयोग की फुल बेंच बुधवार शाम कोलकाता पहुंच गई। शाम 7 बजे के करीब सुनील अरोड़ा गुवाहाटी से कोलकाता पहुंचे। यहां राज्य की कानून व्यवस्था के एडीजी तथा चुनाव के लिए नियुक्त किए गए नोडल अधिकारी आईपीएस ज्ञानवंत सिंह के साथ बैठक की। खबर है कि सुनील अरोड़ा ने पश्चिम बंगाल में मौजूदा कानून व्यवस्था और हाल में हुई राजनीतिक हिंसा को लेकर नोडल अधिकारी सिंह से बात की है। माना जा रहा है कि राज्य के चुनाव में बिहार मॉडल का इस्तेमाल हो सकता है।

10 राजनीतिक पार्टियों संग आज बैठक
चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया है कि गुरुवार को वह राज्य के 10 राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों के साथ अलग-अलग बैठक करेंगे। इसमें राजनीतिक नेताओं के सुझाव, शिकायतों और मांगों का नोट बनाया जाएगा जिसके मुताबिक चुनाव आयोग आवश्यक कदम उठाएगा। गुरुवार को ही वह राज्य के जिलाधिकारियों और पुलिस प्रमुखों के साथ बैठक करने वाले हैं। इसमें राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल होंगे जिसमें मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय, पुलिस महानिदेशक वीरेंद्र के साथ-साथ गृह सचिव और अन्य विभागों के प्रमुख शामिल होंगे।

बूथों की संख्या एक लाख से अधिक संभव
सुनील अरोड़ा के दौरे से पहले केंद्रीय चुनाव उपायुक्त सुदीप जैन ने बंगाल का दौरा किया था और राज्य में कानून व्यवस्था की बदहाली को लेकर चिंता जाहिर की थी। उन्होंने एक रिपोर्ट भी अरोड़ा को सौंपी है जिसके आधार पर राज्य प्रशासन के साथ वह वार्ता करेंगे। चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया है कि इस बार मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ाकर एक लाख से अधिक की जाएगी। चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया है कि 2016 में जब पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव हुए थे तब यहां मतदान केंद्रों की संख्या 78903 थी जो इस बार बढ़कर एक लाख 10 हजार के करीब पहुंच सकती है। अगर ऐसा हुआ तो अधिक संख्या में केंद्रीय बलों के जवानों की भी तैनाती करनी पड़ेगी।

900 कंपनी सेंट्रल फोर्स की तैनाती
बंगाल में राजनीतिक हिंसा के इतिहास को देखते हुए विपक्षी भाजपा समेत माकपा, कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों ने राज्य में विधानसभा चुनाव के दौरान भी सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के लिए केंद्रीय बलों के जवानों की तैनाती की मांग पहले ही कर दी है। आयोग सूत्रों ने भी बताया है कि प्रत्येक मतदान केंद्र पर इस बार केंद्रीय बलों के जवानों को मतदान की सुरक्षा के लिए तैनात किया जाएगा। इसके अलावा संवेदनशील क्षेत्रों में कानून व्यवस्था निगरानी और हालात को संभालने के लिए भी सेंट्रल फोर्स के जवानों को लगाया जा सकता है। इसलिए आयोग सूत्रों ने बताया है कि इस बार 900 कंपनी सेंट्रल फोर्स की तैनाती बंगाल में हो सकती है। वर्ष 2016 के विधानसभा चुनाव के समय पश्चिम बंगाल में केवल 700 कंपनी केंद्रीय बलों की तैनाती हुई थी।

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