—- 10वीं के छात्र की करंट लगने से हुई मौत
-आर्थिक तंगी के कारण गया था काम करने
-मालदह के हरिश्चंद्रपुर की घटना कोलकाता . मालदा जिले के हरिश्चंद्रपुर क्षेत्र में काम करने के दौरान रविवार को 10वीं कक्षा के एक छात्र की मौत बिजली का तार छू जाने से हो गई। कक्षा 10वीं का छात्र रबीउल अपने परिवार की आर्थिक मदद करने के लिए पढ़ाई के अलावा राजमिस्त्री के सहायक के रूप में काम करता था। रविवार को काम करते समय 11000 हाई वोल्ट के बिजली का तार छात्र पर गिर गया व उसकी मौत हो गई। वह हरिश्चंद्रपुर ब्लॉक 1 महेंद्रपुर, बंसरिया गाँव का रहने वाला था। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार कास्टिंग सेटिंग में बांस के खंभे स्थापित करते समय, वह ग्यारह हजार वोल्ट के बिजली के तार के संपर्क में आया और छत से गिर गया। उसे पहले हरिश्चंद्रपुर ग्रामीण अस्पताल ले जाया गया, तो ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। ज्ञात हो कि उसके पिता मोहम्मद तस्लीम पेशे से ड्राइवर हैं। लॉकडाउन के दौरान परिवार आर्थिक रूप से उनके तीन बेटे और एक बेटी है। रबीउल परिवार का सबसे बड़ा पुत्र था। वह महेंद्रपुर हाई स्कूल में 10वीं कक्षा में पढ़ रहा था। स्कूल लॉकडाउन में बंद हो गया था इसलिए वह पड़ोस में राजमिस्त्री के साथ काम करने गया था। इस घटना को लेकर पूरे इलाके में शोक व्याप्त है।
-आर्थिक तंगी के कारण गया था काम करने
-मालदह के हरिश्चंद्रपुर की घटना कोलकाता . मालदा जिले के हरिश्चंद्रपुर क्षेत्र में काम करने के दौरान रविवार को 10वीं कक्षा के एक छात्र की मौत बिजली का तार छू जाने से हो गई। कक्षा 10वीं का छात्र रबीउल अपने परिवार की आर्थिक मदद करने के लिए पढ़ाई के अलावा राजमिस्त्री के सहायक के रूप में काम करता था। रविवार को काम करते समय 11000 हाई वोल्ट के बिजली का तार छात्र पर गिर गया व उसकी मौत हो गई। वह हरिश्चंद्रपुर ब्लॉक 1 महेंद्रपुर, बंसरिया गाँव का रहने वाला था। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार कास्टिंग सेटिंग में बांस के खंभे स्थापित करते समय, वह ग्यारह हजार वोल्ट के बिजली के तार के संपर्क में आया और छत से गिर गया। उसे पहले हरिश्चंद्रपुर ग्रामीण अस्पताल ले जाया गया, तो ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। ज्ञात हो कि उसके पिता मोहम्मद तस्लीम पेशे से ड्राइवर हैं। लॉकडाउन के दौरान परिवार आर्थिक रूप से उनके तीन बेटे और एक बेटी है। रबीउल परिवार का सबसे बड़ा पुत्र था। वह महेंद्रपुर हाई स्कूल में 10वीं कक्षा में पढ़ रहा था। स्कूल लॉकडाउन में बंद हो गया था इसलिए वह पड़ोस में राजमिस्त्री के साथ काम करने गया था। इस घटना को लेकर पूरे इलाके में शोक व्याप्त है।