scriptनेपाल के रास्ते थाईलैंड भागने की फिराक में था गैंगस्टर जयपाल | Gangster Jaipal was trying to escape to Thailand via Nepal | Patrika News

नेपाल के रास्ते थाईलैंड भागने की फिराक में था गैंगस्टर जयपाल

locationकोलकाताPublished: Jun 12, 2021 04:11:52 pm

Submitted by:

Krishna Das Parth

जयपाल के दो सहयोगियों ने दी थी पुलिस को सूचना-ग्वालियर से पकड़े गए थे ये दोनों सहयोगी

नेपाल के रास्ते थाईलैंड भागने की फिराक में था गैंगस्टर जयपाल

नेपाल के रास्ते थाईलैंड भागने की फिराक में था गैंगस्टर जयपाल


kolkata
महानगर से सटे न्यूटाउन इलाके में बुधवार को पश्चिम बंगाल पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स (stf) के साथ मुठभेड़ में मारे गए punjab के कुख्यात गैंगस्टर JAIPAL SINH BHULLAR जयपाल सिंह भुल्लर और उसके सहयोगी JASPRIT SINGH जसप्रीत सिंह जगराओं अनाज बाजार में दो एएसआई को मार गिराने के बाद नेपाल के रास्ते थाईलैंड भागने की योजना बना रहे थे। कोलकाता से वे नेपाल भागने की तैयारी में थे। ग्वालियर से पकड़े गए जयपाल के दो सहयोगियों दर्शन सिंह और बलजेंद्र सिंह से पूछताछ में यह खुलासा हुआ है। दोनों को पंजाब पुलिस की संगठित अपराध नियंत्रण इकाई (ओसीसीयू) ने गिरफ्तार किया था। पंजाब पुलिस ने पश्चिम बंगाल एसटीएफ से यह जानकारी साझा की है।

जयपाल ने क्यों की थी पुलिस अधिकारियों की हत्या
दर्शन सिंह और बलजेंद्र ने पुलिस को बताया कि वे हथियारों को ट्रक से लाकर जब कार में लोड कर रहे थे, तभी पुलिस की एक टीम ने उन्हें देख लिया और 15 मई को जगराओं में रोका। तब पुलिस वालों ने उनकी पहचान कर ली थी। इसके बाद जयपाल ने उन्हें गोली मार दी।

सबसे पहले राजस्थान गए
उन्होंने पुलिस को बताया कि एएसआई भगवान सिंह और दलविंदरजीत सिंह को मारने के बाद वे राजस्थान चले गए, क्योंकि पुलिस लगातार उनके स्थान का पता लगा रही थी। जयपाल और जसप्रीत वहां से कोलकाता के लिए निकल गए। गैंग का सहयोगी भारत कुमार उसकी गाड़ी चला रहा था।

भरत कुमार से पुलिस को मिला जयपाल का पता
लुधियाना निवासी भरत कुमार को पंजाब पुलिस ने राजपुरा में शंभू सीमा के पास से गिरफ्तार किया। वह जयपाल को छोडक़र लौट रहा था। उसके कब्जे से 30 बोर की एक पिस्तौल भी बरामद की गई थी। उसकी गाड़ी की तस्वीर और नंबर ग्वालियर के एक सीसीटीवी के कैमरे में कैद हो गई थी, जिससे जयपाल और जस्सी की सही लोकेशन का पता चल गया।

छह साल पहले खरीदी गई थी कार
पूछताछ में पता चला है कि पश्चिम बंगाल पंजीकरण संख्या वाली कार कथित तौर पर छह साल पहले कोलकाता की एक कंपनी द्वारा बेची गई थी, लेकिन नए मालिक ने इसे अपने नाम पर पंजीकृत नहीं कराया था।

भारत-बांग्लादेश सीमा पर:
नेटवर्क विस्तार करना चाहता था गैंगस्टर जयपाल
-कोलकाता आने वाले थे उसके गैंग के और सदस्य
कोलकाता.
बंगाल एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में ढेर पंजाब का मोस्ट वांटेड गैंगस्टर जयपाल और जसप्रीत बंगाल से सटे भारत-बांग्लादेश सीमा क्षेत्र में अपना नेटवर्क बिछाने की योजना में थे। अगले एक महीने में जयपाल गैंग के और कई सदस्य कोलकाता आने वाले थे। उनके लिए जयपाल और जसप्रीत कोलकाता से सटे इलाकों में फ्लैट भी खोज रहे थे।
बंगाल एसटीएफ सूत्रों के अनुसार सपुर्जी हउसिंग काम्प्लेक्स के उक्त फ्लैट, जिसमें जयपाल और जसप्रीत ठहरे थे से मिले सबूतों से इस तरह के संकेत मिले हैं।
यह भी संकेत मिले हैं कि पंजाब के गैंगस्टरों ने कलकत्ता में विशेष अभियान चलाने की योजना बनाई थी। दस्तावेजों से भारत-बांग्लादेश सीमा पर उनके कई एजेंटों के नाम भी मिले हैं, लेकिन वे कौन हैं, यह अब तक स्पष्ट नहीं हुआ है। अपने नेटवर्क के लिए उन्होंने नदिया सीमा और उत्तर 24 परगना की बशीरहाट सीमा को प्राथमिकता दी थी।
पंजाब पुलिस से पता चला है कि जयपाल सिंह भुल्लर भारत-पाकिस्तान सीमा से ड्रग्स की तस्करी भी करता था। वह एक से अधिक बार पाकिस्तान का दौरा कर चुका था। वह बांग्लादेश सीमा पर अपना नेटवर्क क्यों विस्तार कारना चाहता था, इस बारे में पता लगाया जा रहा है।

जयपाल फर्जी सिम कार्ड से करता था पाकिस्तान और ब्रिटेन से सम्पर्क
कोलकाता
पंजाब के गैंगस्टर जयपाल सिंह भुल्लर और जसप्रीत सिंह फर्जी आईडी पर लिए गए सिम कार्ड के जरिए पाकिस्तान और ब्रिटेन में बातचीत करते थे। अनुमान लगाया जा रहा है कि ये ब्रिटेन भी ड्रग्स की सप्लाई करते थे। इस बार कुछ ऐसी विस्फोटक जानकारियां सामने आई हैं। पंजाब पुलिस के हत्थे च?ा उनका सहयोगी भरत कुमार उन्हें वह सिम कार्ड मुहैया कराता था।
पता चला है कि भरत कुमार पहले भी फर्जी आईडी बनवाता था। पंजाब में गैंगस्टरों की जड़ें तलाशने के दौरान पश्चिमी मिदनापुर के पिंगला इलाके का नाम सामने आया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार सिमकार्ड पिंगला से खरीदे जाते थे।
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