अपहर्ता को ट्रांजिड रिमांड पर कोलकाता लाया जा रहा है। छापेमारी के दौरान पुलिस ने अपहर्ता के चंगुल से एक किशोरी समेत तीन लड़कियों को भी मुक्त कराया है। प्राथमिक जांच के आधार पर पुलिस का अनुमान है कि गिरफ्तार अपहर्ता लक्खी महतो किसी बड़े गिरोह के साथ जुड़ा हुआ है।
मालूम हो कि इसके पहले भी कोलकाता पुलिस ने हरिदेवपुर से अपहृत एक लडक़ी को बिहार से मुक्त कराया था और उस दौरान भी तीन लड़कियों को अपहर्ता के चंगुल से बचाया गया था।
क्या है घटना
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कालीघाट की रहने वाली किशोरी को उसके एक दोस्त के माध्यम से फोन पर उसके घरवालों से उसे पार्टी में ले जाने का झांसा देकर २८ दिसम्बर को बुलाकर ले गया था।
उस दिन शाम तक लौटने की बात कहकर बुलाया गया था लेकिन नहीं लौटने पर उसके परिवार वालों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी और फिर बाद में उसके परिवार वालों को संदेह होने पर २९ दिसम्बर को अपहरण का मामला दर्ज कराया गया।
मोबाइल लोकेशन की सुराग से पुलिस पहुंची बिहार
पुलिस का कहना है कि शिकायत मिलने पर पुलिस ने जिस नम्बर से फोन आया था, उसका लोकेशन ट्रेस करना शुरू किया। तब पता चला कि लोकेशन बिहार बता रहा है।
फिर कालीघाट थाने की पुलिस बिहार पहुंची। वहां से लक्खी महतो को गिरफ्तार किया गया। एक किशोरी समेत तीन लड़कियों को मुक्त कराया गया।
बढ़ रहा है तस्करी गिरोह का जाल
कोलकाता से बिहार और उत्तर प्रदेश में लड़कियों को डांस कराने के लिए सप्लाई करने वाले गिरोह का जाल तेजी से फैल रहा है। ठीक दो सप्ताह पहले ही ऐसी एक और घटना हुई थी।
बिहार के सिवान के महाराजगंज आकाशी मोड़ स्थित इलाके से कोलकाता से अपहृत एक लडक़ी को मुक्त कराया गया था। उसके अलावा वहां कैद अन्य तीन लड़कियों को भी मुक्त कराया गया था। तब अपहर्ता चंदन कुमार को गिरफ्तार किया गया था।
पूछताछ में पता चला था कि उक्त लड़कियों को डांस प्रोग्राम में नौकरी दिलाने के नाम पर हरिदेवपुर से बिहार ले जाकर सप्लाई किया था। वहां उन्हें कैद करके रखा गया था।
गत २१ दिसम्बर को हरिदेवपुर की एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसकी बेटी का अपहरण किया गया है।
अपहर्ता बिहार के छपरा अथवा सिवान में कहीं छिपाकर रखा गया था। फिर छापेमारी करने बिहार गई पुलिस को सारे रहस्य का पता चला।
कोलकाता से बिहार और यूपी तक फैला है गिरोह
पुलिस ने आईपीसी की धारा ३६५/३४ के तहत मामला दर्ज किया है। प्राथमिक पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि कोलकाता से बिहार और यूपी तक इस गिरोह का नेटवर्क फैला है। विभिन्न तरह के झांसा देकर कोलकाता से लड़कियों को तस्करी कर बिहार और यूपी में ले जाया जाता है। वहां शादी-विवाह के अलावा अन्य कार्यक्रमों में उनसे डांस करवाया जाता है।