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संघ समर्थित मंच के सम्मेलन में हिस्सा लेंगे राज्यपाल

locationकोलकाताPublished: Jan 19, 2018 11:07:05 pm

Submitted by:

Manoj Singh

सम्मेलन में होगी सीमा सुरक्षा पर गहन चर्चा

kolkata

कोलकाता

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के समर्थित संगठन सीमांत चेतना मंच ने दो दिवसीय सीमा प्रबंधन सम्मेलन का आयोजन करने का फैसला किया है। इस सम्मेलन में सीमा सुरक्षा के मुद्दे पर गहन चर्चा होगी और इसमें त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत राय और पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी हिस्सा लेंगे। मंच के सांगठनिक सचिव जगन्नाथ सेनापति ने शुक्रवार को बताया कि उक्त दोनों राज्यों के राज्यपालों ने इस सम्मेलन में हिस्सा लेने की स्वीकृति दे दी है।
आरएसएस के पदाधिकारियों ने बताया कि दो दिवसीय यह सम्मेलन दस फरवरी से कोलकाता में शुरू होगा। इसमें भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती इलाकों की सुरक्षा और सीमा पार बांग्लादेश से भारत में होने वाले अवैध घुसपैठ और भारत से बांग्लादेश में गायों की तस्करी पर रोक-थाम के मुद्दे पर चर्चा की जाएगी। बंगाल में उक्त संगठन का यह सबसे बड़ा सम्मेलन है। इसका मकसद स्थानीय लोगों को सुरक्षा के प्रति संवेदनशील बनाना और बांग्लादेश से जारी घुसपैठ रोकना, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के साथ समन्वय स्थापित करना है।
– अवैध गतिविधियों का केन्द्र सीमावर्ती जिले
सेनापति ने कहा कि बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे पश्चिम बंगाल के सीमवर्ती जिले अवैध गतिविधियों का केन्द्र बने हुएं। बांग्लादेश के आतंकवादी संगठनों के आतंकवादी उक्त जिलों में सक्रिय हैं। कई आतंकवादी गिरफ्तार की किए गए हैं।
– पीएओ को भी आमंत्रण

सीमांत चेतना मंच ने इस सम्मेलन में बंगाल और त्रिपुरा के राज्यपाल के अलावा प्रधानमंत्री कार्यालय को भी आमंंित्रत किया गया है। मंच ने केन्द्रीय गृह मंत्रालय, बीएसएफ और सेना को भी आमंत्रण पत्र भेजा है। इसमें सीमावर्ती जिलों के कुल 500 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे।
– कांग्रेस व तृणमूल ने किया विरोध
सम्मेलन में बंगाल और त्रिपुरा के राज्यपाल के हिस्सा लेने का विरोधी दलों ने विरोध किया है। राज्य सभा सांसद पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रो. प्रदीप भट्टाचार्य ने कहा कि ऐसे सम्मेलन में राज्यपाल को हिस्सा नहीं लेना चाहिए, क्योंकि राज्यपाल राज्य का सबसे बड़ा संवैधानिक पद है।
राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक ने कहा कि यह सब राज्य की शान्ति भंग करने के लिए किया जा रहा है। राजनीतिक तौर से तृणमूल कांग्रेस को परास्त नहीं कर पाने के बाद भाजपा आरएसएस और इसके संगठन साथ मिल कर बंगाल की शान्ति और साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाडऩे की कोशिश कर रहे हैं।
(कार्यालय संवाददाता)

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