सूत्रों के अनुसार भवेशचंद्र सिंचाई विभाग में काम करता था। 14 साल पहले ही अवकाश प्राप्त कर चुका था। हर महीने उसे दस हजार रुपए पेंशन की राशि मिलती है। जिसमें से दो हजार रुपए वह बेटे को देता था। बेटा उससे आधी राशि चाहता था। जिसके लिए दुलई राजी नहीं था। इसलिए रोजाना ही वृद्ध दम्पती को मारपीट का सामना करना पड़ता था। मंगलवार सुबह भी बेटा अपनी मां को पीट रहा था उसको बचाने के लिए वृद्ध पहुंचा तो उसके माथे पर भारी चीज से वार कर दिया। वृद्ध वहीं गिर पड़ा। बेटे को लगा कि पिता की मौत हो गई। डर से वह भाग गया। लहूलुहान हालत में ही वृद्ध बेटे के खिलाफ शिकायत दर्ज करने थाने पहुंचा। वृद्ध को अस्पताल पहुंचाया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।