कोलकाता

‘शिक्षा ही संवारती है संस्कृति’

हरियाणा शिक्षा केंद्र भवन निर्माण मौके पर आयोजित हवन-पूजन समारोह

कोलकाताMar 11, 2019 / 01:56 pm

Shishir Sharan Rahi

‘शिक्षा ही संवारती है संस्कृति’

कोलकाता. शिक्षा ही संस्कृति को संवारती है। समय के साथ वैश्विक चेतना को आत्मसात करना आवश्यकतानुसार परिवर्तन को स्वीकार करना ही संस्कृति की जीवंतता है। भारत जैसे ऋषियों-मुनियों के देश में शिक्षा गुरुकुल से शुरू होकर आज की अत्याधुनिक स्थिति तक पहुंची है फिर भी आबादी के अनुपात में विद्यालयों की कमी है जिसके लिए संस्कृति सचेतन लोगों को आगे आने की जरूरत है। हरियाणा प्रवासी उद्यमी सज्जन बंसल ने यह उद्गार व्यक्त किए। राजारहाट के कलाबेडिया स्थित कामारबाड़ी में हरियाणा शिक्षा केंद्र भवन निर्माण मौके पर आयोजित हवन-पूजन समारोह में बतौर ट्रस्टी बोर्ड के चेयरमैन उन्होंने कहा कि प्रस्तावित उच्च माध्यमिक विद्यालय 137 कट्ठा जमीन पर बनेगा। इसमें अत्याधुनिक शिक्षण व्यवस्था के साथ विश्वस्तरीय सभागार, लाइब्रेरी, लैबरोटरी आदि की व्यवस्था रहेगी। ट्रस्ट के उप-चेयरमैन रामचंद्र बडोपलिया ने कहा कि कोलकाता का प्रसार तेजी से हो रहा है। साल्टलेक के बाद राजारहाट नया विकासशील अंचल है जहां लोग आवासीय व व्यवसायिक उद्देश्य से जमीन, मकान खरीद रहे हैं। यहां उन्नत शिक्षण संस्थान समय की मांग है इसीलिए हरियाणा प्रवासियों ने यह बीड़ा उठाया है। प्रधान सचिव प्रह्लाद धनानिया ने कहा कि हरियाणा के सेवाभावी समाजसेवियों के सहयोग की बदौलत यह विद्यालय शीघ्र ही अस्तित्व में आएगा। समारोह में हरियाणा समाज के सैंकड़ों प्रवासी मौजूद थे, जिसमें सुरेश बंसल (सभापति), पुरूषोत्तम राय बंसल, श्याम सुंदर जिंदल, गोविंद राम अग्रवाल (ढानेवाला), सुरेश गुप्ता, हरीश अग्रवाल, राजेश अग्रवाल, राम नारायण बंसल, गिरधारी लाल सिंघल, राम अवतार हेतमपुरिया, देवराज रावलवासिया, मांगीराम खरकिया, कृपाराम गोयल, सत्यनारायण देवरालिया, राधेश्याम गुप्ता, अशोक बंसल आदि शामिल थे।
 
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