– मिसाल क्यों बनेगी यह बस्ती
कोलकाता नगर निगम के अधिकारियों का दावा है कि मिलन मेला के पास ही यह बस्ती है, जो आनेवाले दिनों में अन्य बस्तियों के लिए एक मिसाल बनेगी। पर सवाल उठता है कि ऐसा क्या है इस बस्ती में जो अन्य बस्तियों के लिए आइकॉन बनने वाली है? इसके जवाब में निगम के एक अधिकारी ने बताया कि एक ओर जहां इस बस्ती को सौंदर्यीकरण के लिए सभी घरों को रंग-रोगन करके तैयार किया जा रहा है, वहीं बस्ती के सभी घरों की दीवारों पर राज्य व देश से जुड़े विभिन्न मनीषियों की तस्वीरें बनाई जा रही हैं। साथ उनकी अमृत वाणियों को वहां लिखा जा रहा है। अब तक यह कार्य शहर के बस स्टॉपों और सरकारी कार्यालयों के आस-पास किया जाता था। मगर यह पहली बस्ती होगी जहां की दीवारों पर मनीषियों की तस्वीरें दिखेंगी। अधिकारियों का दावा है कि यह बस्ती न केवल आइकॉन बनकर तैयार होने जा रही है, बल्कि लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र भी बनने वाली है। इस बस्ती में पक्की सडक़ें, स्ट्रीट एलईडी लाइटें, पार्क व कम्यूनिटि हॉल आदि बनाए जा रहे हैं। कुछ मनीषियों की मुर्तियां भी बनाई जा रही हैं। उल्लेखनीय है कि इस बस्ती में लगभग 10 हजार परिवार रहते हैं।
– स्वच्छता के साथ ही नैतिकमूल्यों का होगा विकास : स्वप्न समाद्दार
बस्ती विभाग के एमआईसी व उक्त वार्ड के पार्षद स्वप्न समाद्दार ने कहा कि ज्यादातर बस्ती इलाकों में नवनीकरण किए जाने के बाद साफ-सफाई भी की जाती है, पर पान-गुटखों की पीक से दीवारें गंदी कर दी जाती है। राजनीतिक प्रचारों के लिए दीवारों को पोतकर सौंदर्यता को नष्ट कर दिया जाता है। लेकिन इस बस्ती के घरों की दीवारें पर जब जगह-जगह मनीषियों की तस्वीरें रहेंगी, तो कोई भी इस पर थूकने या गंदा करने का साहस नहीं करेगा। यही नहीं, दीवारों पर लिखी गईं मनीषियों की वाणियों को पढक़र बस्ती इलाकों में पल रहे बच्चे व युवा नैतिक मूल्यों के बारे में जानेंगे। साथ ही इससे उनके जेहन में देश-प्रेम व समाज प्रेम की भावना भी जगेगी।
– 9 बस्तियां चिन्हित
निगम सूत्रों के अनुसार महानगर की कुल 9 बस्तियों को चिन्हित किया गया है। इन बस्तियों में नवनीकरण का कार्य बहुत जल्द शुरू होगा। इस कार्य को करने के लिए राज्य सरकार की ओर से एक बड़ी राशि मुहैया कराई जाएगी।