script

सभी को हिन्दी भाषा बोलना आना चाहिए

locationकोलकाताPublished: Sep 05, 2018 04:55:34 pm

Submitted by:

Shishir Sharan Rahi

अग्रसेन बालिका शिक्षा सदन में मना ‘हिन्दी दिवस’-बैंक ऑफ इंडिया का आयोजन

kolkata

सभी को हिन्दी भाषा बोलना आना चाहिए

हावड़ा/लिलुआ. अग्रसेन बालिका शिक्षा सदन के प्रागंण में बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से हिन्दी दिवस मनाया गया। विद्यालय के अध्यक्ष वासुदेव टीकमानी, प्राचार्य सरोज कुमार श्रीवास्तव, उप-प्राचार्या काकोली नाग, प्राथमिक विभाग की प्रधानाचार्या सोनाली भट्टाचार्या, वरिष्ठ विभाग के प्रधानाचार्य सुषोभन मुखर्जी, वित्त विभाग के सुब्रत भट्टाचार्या, प्रशासनिक विभाग की अधिकारी नैना चक्रवर्ती तथा बैंक ऑफ इंडिया के लिलुआ शाखा प्रबंधक दिलीप सिन्हा आदि मौजूद थे। बतौर विशिष्ट अतिथि बैंक ऑफ इंडिया के हावड़ा अंचल की राजभाषा अधिकारी स्वाती प्रसाद मौजूद थीं। हिन्दी दिवस के तहत काव्य वाचन प्रतियोगिता में 9वीं की छात्राओं ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अमीषा जोषी, द्वितीय गुंजन लुनिया व तृतीय स्थान प्राप्त दीक्षा भारतीया ने कविता पाठ से लोगों का मनमोह लिया। समापन पर बैंक ऑफ इंडिया हावड़ा अंचल की राजभाषा अधिकारी स्वाती प्रसाद ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि सभी को हिन्दी भाषा बोलना आना चाहिए क्योंकि यह भारत की राप्ट्रभाषा व राजभाषा है। उन्होंने खासकर अहिन्दी भाषी छात्राओं को भविष्य में होने वाले ऐसे हिन्दी प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने का आह्वान किया। अग्रसेन बालिका शिक्षा सदन सभागार में गत वर्षों की भाँति इस वर्ष भी शिक्षक दिवस मनाया गया। विद्यालय के संस्थापक बासुदेव टीकमानी, प्राचार्य सरोज कुमार श्रीवास्तव, उप-प्राचार्या काकोली नाग, प्रधानाध्यापक सुशोभन मुखर्जी, प्राथमिक विभाग की प्रधानाध्यापिका सोनाली भट्टाचार्या आदि उपस्थित थीं। प्राथमिक विभाग का शिक्षक दिवस 2 चरणों में आयोजित किया गया। प्रथम चरण में कक्षा नर्सरी से कक्षा द्वितीय श्रेणी की छात्राएं तथा द्वितीय चरण में कक्षा तृतीय से कक्षा पंचम तक की छात्राएं सभागार में उपस्थित थीं। श्रीवास्तव ने विद्यार्थियों को शिक्षक की भूमिका समझाई।
—-दुनियाभर में बढ़ रहा है हिंदी का प्रभाव
दुनियाभर में करीब 54 करोड़ लोग हिंदी भाषी हैं। देश के बाहर पाकिस्तान, नेपाल और बांग्लादेश में भी हिंदी भाषा बोली और समझी जाती है। हिंदी शब्दों ‘अच्छा’, ‘बड़ा दिन’, ‘बच्चा’, ‘सूर्य नमस्कार’ को ऑक्सफर्ड डिक्शनरी में शामिल किया गया है। इसके साथ ही तेलुगू, उर्दू और गुजराती भाषा के शब्दों को भी ऑक्सफर्ड डिक्शनरी में जगह मिली है।
—ऐसे हुई थी विश्व हिंदी दिवस की शुरुआत
विश्वभर में हिंदी भाषा के प्रचार के लिए 10 जनवरी 1975 को नागपुर में विश्व हिंदी सम्मेलन रखा गया था। इस सम्मेलन में 30 देशों 122 प्रतिनिधि शामिल हुए थे। 2006 के बाद से हर 10 जनवरी को विश्वभर में विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है। दुनिया के 176 विश्वविद्यालयों में हिंदी एक विषय के तौर पर पढ़ाई जाती है। फिजी में हिंदी को आधाकारिक भाषा का दर्जा दिया गया है। इसे फ़िजियन हिन्दी या फ़िजियन हिन्दुस्तानी भी कहते हैं। यह भारत में बोली जाने वाली अवधी, भोजपुरी और अन्य बोलियों का समावेश है।

ट्रेंडिंग वीडियो