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हिंदी बने आम आदमी और श्रमिकों की सम्‍पर्क भाषा

locationकोलकाताPublished: Jan 02, 2018 10:13:36 pm

Submitted by:

Rabindra Rai

-भारतीय विद्या मंदिर-भारतीय संस्‍कृति संसद के सम्‍मेलन की तैयारी तेज

kolkata west bengal

कोलकाता. किसी भी देश का विकास उस देश के श्रमिकों की कुशलता और उनकी उत्‍पादकता पर निर्भर करता है। भारतीय श्रमिकों का कौशल और उनकी उत्‍पादकता विकसित देशों के श्रमिकों की अपेक्षा काफी कम है। इसका मुख्‍य कारण तकनीकी पाठ्य सामग्री का हिंदी और अन्‍य देशी भाषाओं में उपलब्‍ध नहीं होना है। भारतीय विद्या मंदिर और भारतीय संस्‍कृति संसद की ओर से हिंदीतर प्रांतों में हिंदी भाषा-साहित्‍य दशा और दिशा विषय पर आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्‍ट्रीय सम्‍मेलन में मुख्‍य रूप से इसी विषय पर विचार किया जाएगा। सम्‍मेलन में कई हिंदी प्रेमी लेखक और 12 अन्‍य देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। इसकी तैयारी तेज हो गई है। भारतीय विद्यामंदिर के अध्‍यक्ष डॉ बि_ल दास मूंधड़ा कहते हैं कि देश में तकनीकी पाठ्य सामग्री केवल अंग्रेजी भाषा में उपलब्‍ध है। सम्‍मेलन में तकनीकी पाठ्य सामग्री और चरित्र निर्माण संबंधी साहित्‍य हिंदी व अन्‍य देशी भाषाओं में लिखे जाने के मुद्दे पर चर्चा होगी। देश का एक बड़ा वर्ग अंग्रेजी नहीं जानने की वजह से तकनीकी ज्ञान से वंचित रह जाता है। तकनीकी पाठ्य सामग्री श्रमिकों की अपनी भाषा में हो तो वे कुशल श्रमिक बनकर देश के विकास की गति को तेज करने में मददगार साबित हो सकते हैं। इसके साथ ही हमें एक सार्वदेशिक सम्‍पर्क भाषा की जरूरत है। यह देखा गया है कि जब किसी एक प्रांत के श्रमिक दूसरे प्रांत में जाते हैं या किसी कार्य स्‍थल पर भिन्‍न भिन्‍न प्रांतों के श्रमिक जब आपस में मिलते हैं तो वे हिंदी में ही संवाद करते हैं। इस लिए श्रमिकों के हिंदी भाषा ज्ञान को समृद्ध करने की आवश्‍यकता है। इससे हिंदीतर प्रांतों के श्रमिकों के रोजगार के अवसर बढ़ सकेंगे।
सम्मेलन के संयोजक बाबूलाल शर्मा का कहना है कि यह सम्‍मेलन भारतीय विद्यामंदिर और भारतीय संस्‍कृति संसद के संस्‍थापक माधोदास मूंधड़ा के जन्‍म शताब्‍दी वर्ष के उपलक्ष्‍य में आयोजित किया गया है। आम तौर हिंदी के सममेलनों में हिंदीतर प्रांतों के लेखकों को पर्याप्‍त महत्‍व नहीं मिलता। यह सममेलन हिंदीतर प्रांतों के लेखकों को उचित मंच देगा।
सम्‍मेलन का उद्घाटन 5 जनवरी को शाम पांच बजे कोलकाता के जी डी बिड़ला सभागार में पश्चिम बंगाल के राज्‍यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी करेंगे। 6 और 7 जनवरी को सम्‍मेलन के बाकी सत्र विद्यामंदिर सभागार में होंगे
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