रिपोर्ट में बताए चुनाव के दौरान कहां-कहां और किस प्रस्थिति में हिंसा हुई। हिंसा रोकने और हिंसा में लिप्त लोगों को सजा दिलाने के लिए क्या कदम उठाया.
किया पंचायत चुनाव हिंसा पर पहली रिपोर्ट खारिजकोलकाता
केन्द्र सरकार ने पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में हुई भारी हिंसा के संबंध में
ममता बनर्जी सरकार की रिपोर्ट को खारिज कर दिया और दूसरी विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा हैै, जिसमें 23 लोग मारे गए हैं। केन्द्र गृह मत्रालय के सूत्रों ने बताया कि मंत्रालय ने सोमवार को हुई पंचायत चुनाव हिंसा के बारे में भेजी गई राज्य सरकार की रिपोर्ट को अधूरा करार देते हुए खारिज कर दिया है। गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से कहा है कि पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा पर भेजी गई उसकी रिपोर्ट अधूरी है। दोबारा विस्तारित रिपोर्ट भेजी जाए।
रिपोर्ट में विस्तार से जानकारी दी जाए कि पंचायत चुनाव के दौरान कहां-कहां, कैसे और किस प्रस्थिति में हिंसा हुई। हिंसा रोकने, शान्ति कामय करने और हिंसा में लिप्त लोगों को सजा दिलाने के लिए राज्य सरकार ने क्या कदम उठाया। इससे पहले विभिन्न माध्यमों से 14 मई को पंचायत मतदान के दिन भारी हिंसा होने की खबर मिलने पर गृह मंत्रालय ने राज्य के गृह सचिव अत्रि भट्टाचार्य से विस्तारित रिपोर्ट मांगा था। इसके दूसरे दिन राज्य के गृह सचिव ने हिंसा संबंधित रिपोर्ट भेजी, लेकिन केन्द्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार राज्य की रिपोर्ट में पंचायत हिंसा की विस्तार से जानकारी नहीं दी गई है। रिपोर्ट में मारे गए लोगों के बारे में भी सम्पूर्ण जानकारी नहीं दी गई है। उल्लेखनीय है कि 14 मई को हुए पंचायत चुनाव के लिए अधिक सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। पंचायत चुनाव के लिए राज्य और दूसरे राज्यों के 60000 सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए थे। इसके बावजूद पंचायत मतदान के दौरान भारी हिंसा हुई। उत्तर और दक्षिण 24 परगना, नदिया, मुर्शिदाबाद, और दक्षिण दिनाजपुर सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं और समर्थकों में मारपीट हुई और 23 लोगों की मौत हुई। लेकिन राज्य सरकार और राज्य चुनाव आयोग ने अधिकारिक तौर पर सिर्फ 6 लोगों के मरने की पुष्टी की है। राज्य के पुलिस महानिदेशक सुर्जीत कर पुरकायस्थ ने कहा कि कलकत्ता हाई कोर्ट के निर्देश के अनुसार शान्तिपूर्ण चुनाव कराने की कोशिश की। फिर भी हिंसा की सामान्य घटनाएं हुई हैं।