कोलकाता

शहर के बाहर तैयार होगा हॉट-मिक्सचर

– शुक्रवार को कोलकाता नगर निगम में मेयर परिषद सदस्यों की बैठक हुई। मेयर फिरहाद हकीम की अध्यक्षता में बुलाई गई बैठक में फैसला लिया गया कि फिलहाल शहर से बाहर हॉट-मिक्सचर तैयार किया जाएगा उसे महानगर में लाकर सडक़ मरम्मत व निर्माण का कार्य किया जाएगा।

कोलकाताDec 08, 2018 / 04:30 pm

Jyoti Dubey

शहर के बाहर तैयार होगा हॉट-मिक्सचर

कोलकाता. शहर में वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए सडक़ निर्माण व मरम्मत में इस्तेमाल होने वाले हॉट-मिक्सचर पर ग्रीन ट्रिब्यूनल की रोक के बाद पैदा हुई स्थिति से निपटने के लिए शुक्रवार को कोलकाता नगर निगम में मेयर परिषद सदस्यों की बैठक हुई। मेयर फिरहाद हकीम की अध्यक्षता में बुलाई गई बैठक में फैसला लिया गया कि फिलहाल शहर से बाहर हॉट-मिक्सचर तैयार किया जाएगा उसे महानगर में लाकर सडक़ मरम्मत व निर्माण का कार्य किया जाएगा। बैठक के बाद मेयर फिरहाद हकीम ने बताया कि केएमडीए व पीडब्यूडी निजी संस्थाओं की मदद से शहर के बाहर हॉट-मिक्सचर तैयार कर महानगर की सडक़ों पर इस्तेमाल करते हैं, अब निगम भी इसी पद्धति का अनुशरण करेगा। सम्बधित विभाग को हॉट मिक्सचर तैयार करने का ठेका तैयार करने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही प्रदूषण फैलाने वाली हॉट-मिक्सचर की जगह पर्यावरण हितकारी मिक्सचर की जानकारी व तकनीक जुटाने के लिए सलाहकार एजेंसी को ठेके पर नियुक्त किया जाएगा। एजेंसी की सलाह व परामर्श के आधार पर निगम कोर्ट से 6 महीने का अतिरिक्त समय मांगेगा। पिछले दिनों मेयर का पद संभालते ही मेयर फिरहाद हकीम ने घोषणा की थी कि केएमसी सडक़ निर्माण में हॉट मिक्सचर के इस्तेमाल पर ग्रिन ट्रिब्यूनल से लगे रोक के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देगा। हालांकि सुप्रीम कोर्ट जाने से पूर्व ही मेयर ने इस विषय पर यह एक और अहम फैसला लिया है।

सुभाष दत्त ने किया था मामला

वर्ष 2005 में पर्यावरणविद् सुभाष दत्त ने हॉट मिक्सचर का उपयोग रोकने के लिए ग्रीन ट्रिब्यूनल में मामला दर्ज कराया था। चालू वर्ष के सितम्बर महीने में ग्रीन ट्रिब्यूनल ने कोलकाता में सडक़ निर्माण के काम में हॉट मिक्सचर के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया था।

कई बीमारियां का कारण है हॉट मिक्सचर

पर्यावरणविदें के अनुसार बिटुमिन हीटिंग टैंक कार्बन मोनोऑक्साइड, नाइट्रोजन डायऑक्साइड, सल्फर डायऑक्साइड, हाईड्रोजन सल्फेट, फेनोल ओजोन, हाइड्रोकार्बन, पॉली न्यूक्लियर कम्पाउंड्स, निकेल, शीशा जैसे उत्सजर्क पदार्थों से भरा होता है। इन विषाक्त गैसों से मनुस्य का फेफड़ा, किडनी, नर्वस सिष्टम पर बुरा प्रभाव पड़ता हैं। पॉली न्यूक्लियर काम्पाउंड्स मानव स्वास्थ्य के लिए सबसे नुकसानदेह हैं। इससे कैंसर जैसी घातक बीमारी होती है।
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पोर्ट व निगम का विवाद सुलझाएगी कमेटी

– केपीटी चेयरमेन व मेयर की बैठक में हुआ फैसला

कोलकाता.कोलकाता नगर निगम व कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के बीच कर सम्बंधी विवादों के निपटारे के लिए दो सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी में केपीटी के मुख्य लेखाधिकारी व केमएसी के मूल्यांकन विभाग के मुख्य प्रबंधक होंगे। शुक्रवार को केपीटी के चेयरमेन विनीत कुमार के साथ बैठक के बाद मेयर फिरहाद हकीम ने यह घोषणा की। उन्होंने बताया कि दो सदस्यीय कमेटी दोनों एजेंसियों के बकाया व लेन-देन सम्बंधी विवादों को सुलझाएंगे और हिसाब किताब का ब्योरा उच्चाधिकारियों को देंगे। कमेटी को 2 महीने का समय दिया गया है। उन्होंने बताया कि गार्डनरीच तथा उसके संलग्न इलाकों में पोर्ट के क्षेत्राधिकार वाली सडक़ें बदहाल है। लोग परेशान हैं। केपीटी चेयरमैन से कहा गया है कि सडक़ों की जल्द से जल्द मरम्मत कराई जाए। माझेरहाट ब्रिज हादसे के बाद इन सडक़ों पर वाहनों की आवा-जाही अधिक हो गई है। दिन-रात वहां छोटे-बड़े वाहनों का तांता लगा रहता है। बैठक में केपीटी व केएमसी से जुड़े गंगा जल प्रकल्प, वैट सह कई अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर भी चर्चा की गई।

 

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