कभी भी बड़ी अनहोनी की आशंका मोहन राव, विनोद साव, सोनी सिंह, प्रदीप कर्मकार, सुब्रत भट्टाचार्य समेत अनेक रेल यात्रियों ने सोमवार शाम पत्रिका से बातचीत में अपनी पीड़ा बयां की। उनका कहना था कि लोकल ट्रेनों को रद्द किए जाने से उनका कोलकाता आना पूरे सप्ताह भर मुश्किल हो गया। रेल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि लोकल ट्रेनों में अत्यधिक भीड़ के कारण कभी भी कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है, जिस पर रेल प्रशासन की कोई नजर नहीं है। सोदपुर, आागरपाड़ा, बेलघरिया आदि स्टेशनों से लोकल ट्रेनों पर सवारी करना बेहद कठिन हो गया है। कभी भी बड़ी दुर्घटना की संभावना हमेशा बनी है। इसी कड़ी में सोमवार को खरदा स्टेशन पर ट्रेन में सफर के दौरान धक्का-मुक्की में एक मुसाफिर ट्रेन से जा गिरा, हालांकि उसे कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ।
एक्सप्रेस के रूट डायवर्ट 9 फरवरी को 12, 10 फरवरी को 50 लोकल ट्रेन रद्द की गई। ये सिलसिला रोजाना जारी रहेगा जबकि 16 फरवरी को 6 ट्रेनें नहीं चलेगी। साथ ही कोलकाता-पटना, सियालदह-बलिया, गंगासागर व गौर एक्सप्रेस आदि गाडिय़ों के रूट डायवर्ट कर दिए गए। इसमें कुछ दक्षिणेश्वर और दानकुनी स्टेशनों पर रुकेगी।